नई दिल्ली: एक ओर जहां लोग महंगी से परेशान है, तो वही दूसरी ओर डेयरी प्रोडक्ट का कारोबार करने वाली कंपनी मदर डेयरी अगले कुछ महीने में दूध-दही के दाम बढ़ा सकती है। ऐसा संकेत कंपनी के अधिकारी की तरफ से दिया गया है। मदर डेयरी ने अभी हाल में दूध-दही, छाछ आदि के रेट बढ़ाए थे, इसके पीछे लागत मूल्यों की बढ़ोतरी का हवाला दिया गया था। यह भी कहा गया कि डीजल के दाम बढ़ने से ढुलाई का खर्च बढ़ा है। लिहाजा रेट बढ़ाने के सिवा और कोई विकल्प नहीं है। कंपनी का यह भी कहना होता है कि दूध-दही जैसे डेयरी प्रोडक्ट के दाम में वृद्धि का फायदा उन किसानों को भी जाता है, जो मदर डेयरी से अपना माल बेचते हैं।
इसी के साथ मदर डेयरी ने उम्मीद जताई है कि मौजूदा वित्त वर्ष में उसकी बिक्री में 20 फीसद तक बढ़ोतरी हो सकती है और टर्नओवर 15,000 करोड़ रुपये तक जा सकता है। मदर डेयरी दूध और डेयरी प्रोडक्ट के अलावा फलों और सब्जियों का भी कारोबार करती है। मदर डेयरी नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की सब्सिडरी कंपनी है जिसने साल 2021-22 में 12,500 करोड़ रुपये की बिक्री की थी।
बिक्री बढ़ने की उम्मीद
मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंडलीश बिक्री में बढ़ोतरी के बारे में कहते हैं, मौजूदा वित्त वर्ष में दूध और डेयरी प्रोडक्ट की मांग में 15 फीसद से अधिक तेजी देखी जा रही है जिसका फायदा मदर डेयरी को मिलेगा। मदर डेयरी का 70 फीसद कारोबार दूध और डेयरी प्रोडक्ट का ही होता है। बंडलीश कहते हैं कि इस साल आइसक्रीम की बिक्री भी बंपर रहने की उम्मीद है क्योंकि कोरोना में इसका बिजनेस बिल्कुल ठप था। सेहत बिगड़ने की डर से लोगों ने आइसक्रीम खरीदना बंद कर दिया था, पिछले दो साल में इसकी बिक्री बेहद घट गई थी।
मदर डेयरी के एमडी के मुताबिक, फल, सब्जी और खाद्य तेलों के बिजनेस में 30 परसेंट की ग्रोथ देखी जा रही है। वे मानते हैं कि ई-कॉमर्स कंपनियों से मदर डेयरी का बड़ा मुकाबला है और कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, इन सभी बातों के बावजूद फल, सब्जी और खाद्य तेल का बिजनेस दमदार रहा है।