वीरेन्द्र साहू रिपोर्टर तिल्दा नेवरा:- रूम टू रीड बालिका शिक्षा कार्यक्रम द्वारा पी.जी .उमाठे. शासकीय कन्या शाला शांति नगर रायपुर, में दिनांक 16 सितंबर 2022 को मार्गदर्शन सत्र “early marriage early pregnancy” के प्रभाव पर जागरूकता के लिए ,शासकीय जिला अस्पताल से डॉक्टर रजनी चौरसिया(स्त्री रोग विशेषज्ञ) डॉक्टर अर्चना जी (परामर्शदाता) एवं एसएस मशीह (हेड नर्स)के द्वारा कक्षा दसवीं एवं 11वीं की बालिकाओं के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें निम्न उद्देश्य पर चर्चा की गई
1.परिवार और समाज में बेटे और बेटियों के महत्व को समझना |
2.मानव अधिकार के दृष्टिकोण से बाल विवाह का विश्लेषण करना, उन अधिकारों पर स्पष्टता प्राप्त करना जिनका बाल विवाह की अनुमति देने में उल्लंघन किया जा रहा है और एक लड़की के जीवन पर बाल विवाह के प्रभाव/परिणामों का विश्लेषण करना ।
3.बाल विवाह को समाप्त करने या रोकने के लिए निवारक रणनीति को समझना तथा संभावित हितधारकों की पहचान करना
उपरोक्त उद्देश्यों के तहत बालिकाओं के द्वारा प्रश्न भी पूछे गए जैसे
१. अर्ली मैरिज और अर्ली प्रेगनेंसी के मानसिक दुष्परिणाम क्या क्या हैं…?
२. गर्भाधारण करने की सही उम्र क्या है.?
३. बाल विवाह के क्या प्रभाव और कारण हैं?
४. समुदाय में बाल विवाह को कैसे रोका जा सकता है वाहन किस से सहायता प्राप्त कर सकते हैं?
इस कार्यशाला का संचालन श्रीमती विद्या सक्सेना प्राचार्य एवं श्रीमती नंदा पिल्ला व्याख्याता के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। अतः सोशल मोबिलाइजर दीपिका निषाद, यामिनी साहू, हिमानी वर्मा एवं पिंकी जायसवाल द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
शासकीय कन्या शाला शांति नगर रायपुर में कक्षा दसवीं एवं 11वीं की बालिकाओं के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया
