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जहर मुक्त खेती से बढ़या आमदनी,निःशुल्क कर रहे किसानों का मार्ग दर्शन

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संजय महिलांग
नवागढ़ बेमेतरा छत्तीसगढ़/ नगर पंचायत नवागढ़ के युवा किसान किशोर कुमार राजपूत अब देश भर के किसानों को इसके गुर सिखा रहे हैं। वह 70 एकड़ में स्वयं पारंपरिक धान, गेहूं,चना,अलसी,मूंग,मसूर, सरसों,तिल,हल्दी और अश्वगंधा, शतावरी,तुलसी,सर्पगंधा,चिया, स्टीविया का व्यवसायिक उत्पादन कर रहे हैं। तथा प्रदेश, देश,विदेश  लगभग 2000 से अधिक घरों में कृषि उत्पाद पहुंचा रहे हैं।

100 किसानों की बढ़ाई आमदनी

युवा किसान किशोर कुमार राजपूत देश भर में कार्य शालाएं कर गौ आधारित प्राकृतिक खेती अपनाने में मदद की हैं। पूरे देश में 100 से ज्यादा किसानों को जैविक खेती के लिए मार्ग दर्शन किया। प्राकृतिक खाद  बनाने के लिए गोबर,गौ मूत्र का उपयोग किया जाता है। एक एकड़ में 200 लीटर तरल पदार्थ पर्याप्त है। कीट नियंत्रक, कीट नाशक, फफूंद नाशक तैयार करने के लिए ( गोबर, गौ मूत्र, नीम पत्ती, धतूरा, हरा मिर्च, और पानी से तैयार ) का उपयोग किया जाता है।

जहर से मिट्टी को बचाना मुख्य उद्देश्य

किशोर कुमार राजपूत ने रसायनिक खाद से खेती की शुरूवात की पर उन्हें नुकसान हुआ और लागत भी नहीं निकली सन 2013 में गौ विज्ञान अनुसंधान केन्द्र देवलापार में गौ आधारित प्राकृतिक खेती के सत्र में भाग लिया और गोबर, गौ मूत्र का खेती में प्रयोग शुरू कर दिया। उन्होंने प्राकृतिक खेती विकास संस्थान 2018 में बनाया तथा जहर युक्त रसायनों, कीटनाशकों से मिट्टी को बचाया।

मेहनत को मिला उचित सम्मान

किशोर कुमार राजपूत के नवाचार को लोगों ने सराहा और किसानों ने अपनाया है। गौ आधारित प्राकृतिक खेती और देशी बीज संरक्षण संवर्धन करने के लिए कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। छत्तीसगढ़ सरकार ने जैव विविधता पुरस्कार से सम्मानित किया हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री, राजस्थान के कृषि मंत्री और नेपाल के कृषि मंत्री सहित 100 से ज्यादा अवॉर्ड  मिला है।

अश्वगंधा,तुलसी, लेमनग्रास रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक औषधीय

किशोर कुमार राजपूत के अनुसार वह गौ आधारित प्राकृतिक खेती से तुलसी, अश्वगंधा, शतावरी , लेमनग्रास की खेती कर रहे हैं। इसे लोहे की खल से कूट कर पावडर बनाया जाता है। इस तरीके से बनाया गया पावडर शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्धक होता है।

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