रायपुर: छत्तीसगढ़ के कर्मचारी संगठन महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता बढ़ाने की मांग को लेकर आज से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। दावा किया जा रहा हैं कि इस हड़ताल में 90 से ज्यादा कर्मचारी-अधिकारी संगठन शामिल हो रहे हैं।
हड़ताल की वजह से अगले कुछ दिनों तक स्कूलों में पढ़ाई, न्यायिक प्रक्रिया, राजस्व मामलों के निपटारे से लेकर सामान्य सरकारी कामकाज ठप हो जाने का खतरा मंडरा रहा है। इधर आंदोलन को लेकर सरकार भी सख्ती के मूड में है। कलेक्टरों को वैकल्पिक व्यवस्था से कामकाज जारी रखने को कहा गया है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने आरोप लगाया है कि हड़ताल नहीं करने कर्मचारियों को बरगलाया जा रहा है। हड़ताल को सफल बनाने कर्मचारी एकजुटे है। फेडरेशन की रविवार को भी रात तक बैठक चलती रही। रायपुर के सभी कर्मचारी सोमवार को सुबह 11 बजे बूढ़ापारा धरना स्थल पर एकत्र होंगे। इसकी प्रशासनिक अनुमति भी ले ली गई है।
वहीं छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी महासंघ ने खुद को हड़ताल से दूर रखा है। प्रवक्ता संजय तिवारी ने कहा कि 25 जुलाई से पांच दिवसीय हड़ताल का महासंघ ने नैतिक समर्थन दिया था। 22 अगस्त से फेडरेशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल में कर्मचारी महासंघ और उससे संबंधित 38 संगठन सम्मिलत नहीं है।
इधर महासंघ सके महासचिव ओ पी शर्मा व मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन और मुख्य सचिव से चर्चा के बाद हमें पूरा भरोसा है कि गृह भाड़ा की दरें जल्द ही पुनरीक्षित की जाएंगी। सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा मिलने लगेगा।