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प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में खिलाया जाए शतरंज का खेल, विद्यार्थियों की बढे़गी बौद्धिक क्षमता : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर। शतरंज ओलम्पियाड टॉर्च रिले का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, खेल मंत्री उमेश पटेल शामिल हुए. इस दौरान ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से सीएम भूपेश बघेल को टार्च रिले भेंट किया. पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में मुख्य समारोह आयोजित किया गया था.

मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता चेन्नई में आयोजित है, जिन बच्चों ने आज ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से के साथ खेला, उन्हें एक नया अनुभव प्राप्त हुआ, सभी खिलाड़ियों को बधाई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से के साथ चेस खेलेंगे.

सीएम भूपेश ने कहा कि 44 शतरंज ओलंपियाड के मशाल का स्वागत, शतरंज में हाथी, घोड़ा, ऊंट, मंत्री और राजा भी हैं. भारत को शतरंज का जनक कहा जाता है. इसका आयोजन भारत में होने जा रहा है. पहली बार हमें मेजबानी का अवसर मिला है. यह बौद्धिक खेल है, जिसका प्रतिनिधित्व देश के अनेक लोगों ने किया.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को बधाई, वहां 26 ग्रैंड मास्टर, 3 महिला ग्रैंड मास्टर समेत विभिन्न प्रतिभाशाली लोग हैं. यह रैली छत्तीसगढ़ से हैदराबाद (Chess Olympiad Torch Relay 2022) जाएगी. राजनांदगांव की किरण अग्रवाल ने दो बार ओलंपियार्ड में शामिल होने का गौरव प्राप्त किया था.

भिलाई के अलंकार निर्णायक की भूमिका निभाएंगे, चुने गए 6 खिलाड़ी ओलंपियार्ड में शिरकत करेंगे. छत्तीसगढ़ के काफी स्कूलों में शतरंज का खेल खिलाया जाता है. इस तरह का पायलेट प्रोजेक्ट शुरू करने वाला छत्तीसगढ़ देश का राज्य बन गया है, लेकिन हमारी इच्छा है कि प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में सतरंग का खेल खिलाया जाए, इससे विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता में विकास होगा.

मुख्यमंत्री ने कहा 75 जगहों से मशाल रैली निकाली जानी थी. 61वें नंबर पर रायपुर का था. इसका आयोजन चेन्नई में होने जा रहा है. 88 देशों के 2000 खिलाड़ी इसमें भाग लेंगे. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से किरण अग्रवाल ने दो बार देश का प्रतिनिधित्व किया था. इस बार भी पूरी उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ से किरण अग्रवाल रिकॉर्ड बनाएंगी और आगे जाएंगी.

छत्तीसगढ़ का बालोद पूरे देश का पहला ऐसा जिला है, जहां स्कूल इन चेस की शुरुआत की गई है. इसे बढ़ावा देने के लिए दंतेवाड़ा के एक स्कूल में भी शतरंज के खेल की व्यवस्था की गई है. हमारी कोशिश होगी कि प्रदेश के सभी स्कूलों में शतरंज की व्यवस्था हो, ताकि बच्चे आगे बढ़ सकें. छत्तीसगढ़ खेल के क्षेत्र में भी आगे बढ़े. इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.

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