देश दुनिया वॉच

राष्ट्रपति चुनाव में राजभर की पार्टी करेगी मुर्मू का समर्थन, बताई ये वजह

Share this

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधान सभा में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) की अगुवाई वाले गठबंधन में शुक्रवार को दरार पैदा होने के स्पष्ट संकेत देते हुए गठबंधन के सहयोगी दल सुभासपा ने राष्ट्रपति चुनाव में राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर दी। सुहेलदेव भारत समाज पार्टी (सुभासपा) के उत्तर प्रदेश विधान सभा में 06 विधायक हैं।
सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी के विधायक राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को अपना समर्थन देंगे। राजभर ने स्पष्ट किया कि राजग को समर्थन देने के बावजूूद उनकी पार्टी विपक्षी दलों के गठबंधन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में सुभासपा द्रौपदी मुर्मू को वोट करेगी, क्योंकि विपक्ष के उम्मीदवार ने सुभासपा से समर्थन नहीं मांगा है।

उन्होंने कहा, “मुझे 08 जुलाई को योगी द्वारा आयोजित रात्रिभोज में आमंत्रित किया गया था, जहां मुर्मू जी ने मुझसे कहा कि मैं अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के लिये संघर्ष कर रहा हूं और वह स्वयं भी इसी वर्ग से आती हैं। इसलिये उनके अनुरोध पर हमने उन्हें समर्थन देने का फैसला किया है।”

राजभर ने यह भी उजागर किया कि राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के मुद्दे पर उनके पास केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया था और उन्हाेंने भी समाज के सबसे पिछड़े तबके के लिये संघर्ष कर रही सुभासपा से मुर्मू के लिये समर्थन मांगा। राजभर ने कहा कि इस मुद्दे पर उनकी दिल्ली में शाह से मुलाकात भी हो चुकी है।
सुभासपा के टिकट पर विधायक बने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी का समर्थन मुर्मू काे दिये जाने के सवाल पर राजभर ने कहा, “अंसारी सुभासपा के विधायक हैं और वह भी द्रौपदी जी को वोट करेंगे। इस बारे में उनसे बात हो गयी है।” उन्होंने कहा कि सुभासपा के विधायकों का समर्थन मुर्मू को देने के फैसले से उन्होंने मुख्यमंत्री योगी और गृह मंत्री अमित शाह को अवगत करा दिया है।

गौरतलब है कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 18 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है। देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिये हो रहे इस चुनाव में विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा हैं। हाल ही में सिन्हा ने लखनऊ में समर्थन जुटाने के लिये सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात की थी। राजभर का आरोप है कि सिन्हा के साथ आहूत बैठक में उन्हें नहीं बुलाया गया था।

सपा गठबंधन के एक और सहयोगी दल प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं। मुर्मू की हाल ही में हुयी लखनऊ यात्रा के दौरान उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आयोजित रात्रि भोज में शिवपाल और राजभर ने शिरकत की थी। इसके साथ ही उप्र के विपक्षी दलों के गठबंधन में दरार सतह पर आ गयी थी।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *