महासमुंद। श्री राम जानकी मंदिर स्थित जगन्नाथ मंदिर में इन दिनों रथयात्रा महोत्सव की तैयारियां चल रही है। भगवान जगन्नाथ का सेवारत आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार कर रहे हैं ।भगवान को दवा स्वरूप काढ़ा के साथ डाएफुट उन्हें भोग में अर्पित किया जा रहा है। बीमार भगवान जगन्नाथ भले ही अपने भक्तों को दर्शन नहीं दे रहे हैं ।लेकिन विश्राम कक्ष में दशमी से भगवान जगन्नाथ की नियमित सेवा की जा रही है। पंडित नारायण दास वैष्णव ने हमारे प्रतिनिधि प्रमोद दुबे को बताया कि भगवान के लिए दालचीनी जावित्री काली मिर्च लोंग इलाइची को उबालकर भगवान का काढ़ा तैयार करके उन्हें अर्पित किया जा रहा है। दशमी को दशमूलारिष्ट एकादशी को अनार का काढे से उपचार किया गया। यह सारी सेवाएं स्कंद पुराण के उत्कल खंड में जो नियम बताए गए हैं। उसके अनुसार ही चलती है 30 जून को भोर में भक्तों को भगवान के ललाट के दर्शन होंगे 1 जुलाई को पूर्ण स्वरूप के दर्शन होंगे भगवान जगन्नाथ के प्रसाद 8 कुंटल का बनेगा मूंग प्रसाद भक्तों के वितरण के लिए तैयार किया जाएगा ।जिसमें चना और गुड़ के प्रसाद तैयार किया जाएगा।
भगवान जगन्नाथ आयुर्वेद पद्धति से उपचार…एक को देंगे दर्शन
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