दंतेवाड़ा. 15 जून को ग्राम जावंगा के तीन ग्रामीण उम्मीद भरी नजरों से 231 बटालियन के मुख्यालय में आये और रक्त की कमी से जूझ रहे बीमार लक्ष्मण कुमार मण्ड़ावी के लिए रक्त उपलब्ध कराने की गुहार लगाई। इसकी सूचना मिलते ही श्री सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 231 बटालियन के निर्देशानुसार बटालियन चिकित्सक टीम को भेजा गया और बटालियन द्वारा बीमार व्यक्ति को रक्त उपलब्ध करवाया गया।
जैसा कि विदित है कि 231 बटालियन द्वारा बस्तर के लोगों की मदद के लिए समय-समय पर रक्त दान शिविर का आयोजन किया जाता रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य ही है, आपातकालीन स्थिति में ग्रामीणों को हर सभंव मदद मुहैया करवा पाना। 231 बटालियन मुख्यालय एवं परिचालनिक क्षेत्र में स्थित गॉंवों के लोगों के लिए हर संभव मदद करने की कोशिश करती रही है। इससे पूर्व भी बटालियन द्वारा सुदरवर्ती क्षेत्र से बीमार व्यक्तियों को सुरक्षित रूप से निकाल कर बेहतर उपचार हेतु जिला अस्पताल में भेजा गया है। दिनांक 12 मार्च को कोण्ड़ासांवली कैम्प से गर्भवती महिला हिड़मे मिडियामी पत्नी देवा मिडियामी ग्राम गुमड़ी की रहने वाली थी जो कि प्रसव पीड़ा से ग्रसित थी. एम्बुलेंस का समय पर इतंजाम किया और समय रहते गर्भवती महिला को जिला चिकित्सालय भिजवाया।
उक्त महिला ने एक शिशु (लड़के) को जन्म दिया। कोण्ड़ासांवली कैम्प कार्मिकों की समय पर की गई मदद से गर्भवती महिला एवं शिशु की जान बचाई जा सकी।
श्री सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 231 बटालियन ने कहा कि इस जीवन में सबसे बड़ा दान रक्तदान होता है, यह मात्र एक ऐसा महा दान है जिसके द्वारा जीवन की सरिता प्रवाहित होती है। 231 बटालियन न केवल अपने परिचालनिक दायित्वों का निर्वाहन करती है साथ ही हमेशा सामुदायिक सेवा के सिद्धांत के लिए ईमानदारी व कर्तव्य-निष्ठा से खुद को समर्पित करते हैं। इस कार्य से बीमार व्यक्ति के परिजन बेहद खुश है और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की सराहना कर रहें । इस प्रकार के विकासात्मक कार्य से सुरक्षाबलों एवं ग्रामीणों के मध्य रिश्ते और प्रगाढ़ हो रहे है और विकास एवं शांति की भी राह प्रशस्त हो रही है।