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मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने युवक को दी मौत की सजा:, पत्नी पहुंची थाने, पुलिस ने मांगा सबूत,तो दे दी जली हुई हड्डियां, एसपी ने कहा हड्डियों की हो रही फोरेंसिक जांच..

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बीजापुर। जिले से एक बार फिर लाल आतंक की काली करतूत सामने आई है. जहां नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के शक में युवक मौत के घाट उतार दिया है. जिसके बाद पीड़ित परिवार नक्सलियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाने जिला मुख्यालय पहुंचा है. हालांकि पुलिस ने हत्या के सबूत मांगें तो पीड़ित परिवार मृतक की अस्थियां लेकर थाने पहुंच गया. पुलिस ने पीड़ित परिवार द्वारा उपलब्ध करवाई गई हड्डियों को जांच के लिए भेज दिया है.

 

 

 

बता दें कि, तेलंगाना के राजूनगरम से मड़कम आयता अपने पुस्तैनी गांव वट्टीगुड़ा पहुंचा था. जहां नक्सलियों ने उसका अपहरण कर जनअदालत में गाला घोंट कर मौत के घाट उतार दिया. अब परिजन नक्सलियों की कालू करतूत के खिलाफ एफआईआर करने पहुंच गए हैं.

 

 

 

वहीं मृतक के भतीजे देवा मड़कम ने बताया कि, उसके चाचा मड़कम आयता ने 2005 में दूसरी शादी कर ली थी और उस वक़्त माओवादियों ने इसका विरोध किया था, जिससे अपनी जान बचाने के लिए वह तेलंगाना के राजूनगरम चला गया और वहीं रहकर खेती करने लगा. उस समय उसकी दूसरी पत्नी ज्योति मड़कम भी तेलंगाना में रहने लगी. धीरे-धीरे समय बीतने लगा तो मड़कम आयता अपने पैतृक गांव आने-जाने लगा.

 

 

हालांकि मृतक तेलंगाना से छत्तीसगढ़ आने के दौरान वह इस बात का भी ध्यान रखता था कि उसके आने की खबर माओवादियों को न लगे. लगातार अपने गांव से सुरक्षित वापस तेलंगाना लौटने से धीरे-धीरे उसका डर काम होने लगा. ऐसे में एक बार फिर वह अपने ट्रैक्टर से मजदूर लेने और अपनी पहली पत्नी के बच्चों से मिलने अपने गांव वट्टीगुड़ा लौटा. इस दौरान उसके साथ उसका साथी पाण्डु भी लौटा था, जो उसके साथ ही तेलंगाना में बस चुका था. मड़कम आयता और पाण्डु के गांव आने की खबर माओवादियों को लग गई. नक्सलियों ने दोनों को अपने कब्जे में ले लिया. इस दौरान माओवादियों ने जनअदालत लगाकर मड़कम आयता की हत्या कर दी।हालांकि अभी तक पांडु के साथ नक्सलियों ने क्या किया इस बात कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है।

 

*सबूत मांगा तो दी हड्डियां*

 

घटना से मृतक के परिजन काफी डर गए और इसके बारे में किसी से शिकायत नहीं की, लेकिन कुछ समय बाद मृतक की दूसरी पत्नी ज्योति मड़कम ने नक्सलियों के खिलाफ ठाणे में मामला दर्ज करवाने का फैसला करते हुए तेलंगाना के भद्राचलम पहुंचे, जहां उन्हें घटना स्थल छत्तीसगढ़ का होना बताकर बीजापुर भेज दिया गया. बीजापुर पहुंचने पर पुलिस ने उनसे मड़कम आयता की हत्या होने की जानकारी के संबंध में कुछ सबूत लाने को कहा, तब पीड़ित परिवार ने मृतक की अस्थियां कपडे में लपेट कर बीजापुर मुख्यालय पहुंच गए. शिकायत पर अब पुलिस मामले की जांच कर रही है.

 

*हड्डियों की हो रही फोरेंसिक जांच*

 

बीजापुर एसपी अंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि, पीड़ित परिवार प्राथमिकी दर्ज कराना चाहती है. इस मामले में पुलिस के सामने यह दुविधा है कि संबंधित व्यक्ति का माओवादियों ने अपहरण कर लिया यह जानकारी परिजनों को है. ऐसे में क्या उसकी हत्या हुई या नहीं इस पर संशय होने की स्थिति में परिजनों से हड्डियां मंगवाई गई है. पीड़ित परिवार द्वारा जो हड्डियां उपलब्ध करवाई गई हैं, उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. साथ ही पीड़ित परिवार को पुलिस सुरक्षा में तर्रेम थाना भेजकर मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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