जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर-4, में डॉ भक्तीश्वरी देवी जी के पदार्पण के अवसर पर सम्मान समारोह सह आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया। कृपालु महाराज की सुप्रसिद्ध प्रचारिका डॉ भक्तीश्वरी जी का आगमन जगन्नाथ मंदिर, सेक्टर-4, में हुआ। डॉ भक्तीश्वरी देवी जी के मंदिर प्रांगण में आगमन के साथ ही उनका अभिनंदन पुष्पगुच्छ व पुष्प-वर्षा के साथ किया गया। सर्वप्रथम उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित “भज विश्वनाथ” महादेव की पूजा-अर्चना की। तत्पश्चात महाप्रभु श्री जगन्नाथ स्वामी जी, भगवान बलभद्र देव जी तथा माता सुभद्रा देवी जी का समग्र दर्शन कर विधिवत पूजा की।
महाप्रभु व महादेव के पूजा-अर्चना के पश्चात् डॉ भक्तीश्वरी देवी जी ने विशेष रूप से निर्मित यज्ञ मंडप के मंच पर विराजमान होकर यहां उपस्थित भक्तवृंदों को संबोधित कर आशीर्वाद प्रदान किया। अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में डॉ भक्तीश्वरी देवी जी ने लोगों से कहा कि जीवन को सार्थक बनाने के लिए सदैव ही प्रभु का स्मरण करते रहे। प्रभु का सच्चे दिल से नाम लेने से ही, भवसागर को पार किया जा सकता है। प्रभु के नाम का स्मरण ही सर्वकल्याणकारी है। इसलिए निरन्तर उनका नाम लेना चाहिए। आप सभी के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि, भगवत कृपा से ही संभव है। इसलिए हर वक्त प्रभु का नाम लें।
उल्लेखनीय है कि डॉ भक्तीश्वरी देवी जी, महाप्रभु श्री जगन्नाथ स्वामी जी के लीला क्षेत्र पवित्र पुरी शहर के श्री जगन्नाथ संस्कृत विश्वविद्यालय से ‘विद्या वारिधि’ (पीएचडी) डिग्री धारण करके 10 साल तक अध्यापन कार्य में संलग्न रही। तत्पश्चात अपनी आत्मा से परम प्रिय गुरूदेव श्री कृपालु जी महाराज की आज्ञानु