रायपुर । Eid 2022: कोरोना काल में दो साल तक पवित्र रमजान महीना को सादगी से मनाया गया था। मस्जिदों में केवल पांच लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति थी। इस साल महामारी की स्थिति सामान्य हो जाने से नियमों की सारी बंदिश हटा दी गई। मंगलवार को सुबह से मुस्लिम समाज के घर घर में ईद की तैयारियां शुरू हो गई। नए कपड़े पहनकर परिवार के पुरुष, बच्चे, युवा नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों की ओर निकल पड़े।
सबसे पहली नमाज बैजनाथपारा स्थित मदरसा में पढ़ी गई। नमाज पढ़कर परिवार, समाज, प्रदेश, देशवासियों की खुशहाली और अमन चैन की दुआ मांगी गई। इसके पश्चात एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।
मदरसा में नमाज के बाद हर 15 से 30 मिनट के बीच राजधानी के अलग अलग मस्जिदों में नमाज अता की गई। मुख्य नमाज लाखेनगर स्थित ईदगाह मस्जिद मैदान में पढ़ी गई।
यहां एक साथ हजारों लोगों ने नमाज पढ़कर दुआ मांगी। राजधानी में 51 मस्जिदों में नमाज की विशेष व्यवस्था की गई थी। मस्जिद से बाहर आकर जरूरतमंदों की मदद की और बच्चों को ईदी के रूप में रुपये दिए। नमाज के बाद मुस्लिम मोहल्लों में घर-घर में ईद की खुशियां छाई रही। जान पहचान के लोगों में एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देने का सिलसिला चलता रहा और मीठी सेवइयों से मुंह मीठा कराया जाता रहा।