बैकुंठपुर वॉच ब्यूरो | बैकुंठपुर | 18 अप्रैल 2022 | जिले की अधिकांश ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर सरकारी धन राशि से कमीशन की होली खेली जा रही है। प्रशासनिक नियंत्रण से मुक्त ग्राम सचिवों ने विकास कार्यो में अधिकारी व दौड़ धूप के नाम पर कमीशन निर्धारित कर रखी हैं जिसका ही परिणाम है कि ग्रामीण छेत्रो में विकास कार्य कुछ ही दिनों में दम तोड़ देती हैं और अधिकारी अपना कमीशन तय कर ग्रामीण विकास को ठेंगा दिखा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत बैकुंठपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत चिरगुड़ा में सामने आया है जहां स्थानीय विधायक बैकुंठपुर श्रीमति अम्बिका सिंहदेव ने ग्रामीणों को मांग पर कीचड़ युक्त सड़क से मुक्ति दिलाने सी सी सड़क की स्वीकृति विधायक निधी से दी व इसका भूमिपूजन फरवरी 2022 में अपने हाथों से किया किन्तु ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा कार्य सुरु करने से पूर्व भाग दौड़ व अधिकारियों को कमीशन देने की मांग निर्धारित नही होने से कार्य सुरु नही होने दिया साथ ही सरपंच को कार्य की जानकारी नही होने का हवाला देते हुए अन्य पंचों को भी कार्य सुरु नही करने का निर्देश उच्च अधिकारियों ने दिया हैं यह कहकर ग्राम पंचायत में अपने पद का उपयोग कर मनमानी करती रही जिससे अब पंचायत सचिव के कमीशन की चाह ने ग्राम में विकास कार्यो को लेकर ग्रहण लगा दिया है जिससे अब पंचायत सचिव के कमीशन की मांग के कारण अब सामग्री की कीमत बढ़ने से विकास कार्य प्रभावित होने की आशंका है ।
मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत चिरगुड़ा ,विकासखंड बैकुंठपुर में गत माह फरवरी में स्थानीय विधायक अम्बिका सिंहदेव ने ग्रामीणों की मांग पर विधायक निधी से पांच लाख रुपये की लागत से सी सी सड़क रामध्यान घर से द्वारिका राजवाड़े घर तक कि स्वीकृति दी व इसका प्रथम क़िस्त भी जारी कर दिया किन्तु पंचायत सचिव की उदासीनता व कमीशन की मांग से कार्य अब तक सुरु नही हुआ क्यो की वर्तमान सरपंच अविस्वास प्रस्ताव के पस्चात हाल ही में सरपंच की पद पर हैं जिन्हें जानकारी का भी अभाव है इसी जानकारी का अभाव का फायदा ग्राम सचिव उठा रही जो कि ग्राम पंचायत के पंचों सहित ग्राम में चरचा का विषय बना हुआ है ।
शिकायत भी बेअसर
ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा विकास कार्यो में कमीशन की मांग को लेकर ग्राम के उप सरपंच ने कलेक्टर कोरिया को जन दर्शन में आवेदन भी दिया किन्तु शिकायत भी बेअशर रहा जिसका ही परिणाम हैं कि ग्राम पंचायत चिरगुड़ा में ग्राम सचिव द्वारा खुलेआम स्वीकृत मापदंड के अनुसार ग्राम में चल रहे कार्य पे वर्तमान सरपंच व पंचों के साथ ही ग्रामीणों के सामने किसी भी कार्य को सुरु करने से पूर्व अपना भागदौड़ व अधिकारियों को कार्य के स्वीकृति व मूल्यांकन में 17 प्रतिशत कमीशन देना पढ़ता हैं यह कह कर वर्तमान सरपंच को कार्य में भ्रष्टाचार करने की नसीहत दिया जाता हैं । इस संबंध में सचिव द्वारा ग्रामीणों व पंचों से यही कहा जाता रहा है कि जो शासन का नियम है, उसी के हिसाब से कार्य कराया जाना है। यहां तक कि शिकायत करने पर भी कोई अधिकारी जांच करने नही पहुँचते बल्कि कमीशन से कार्य जल्दी हो जाता हैं । कुल मिलाकर जनपद पंचायत बैकुंठपुर अंतर्गत ग्राम पंचायतों में कमीशन का खेल अनवरत जारी है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सचिव के द्वारा कराए गए कार्यों के बिल की जांच कराई जाय तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा ग्राम में हो रहे मनरेगा से विकास कार्य के लिए सरपंच से कमीशन की मांग किया जाता हैं जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से भी किया गया हैं साथ ही विधायक निधि से स्वीकृति सीसी सड़क में भागदौड़ व अधिकारियों को देने 17 प्रतिशत कमीशन देने की बात सरपंच से मेरे सामने कहा गया वही कमीशन नही देने से कार्य भी शुरू नही हो पाया हैं ।
नारायण सिंह
उप सरपंच ग्राम पंचायत – चिरगुड़ा