रायपुर वॉच

तिरछी नजर : अफसर के भाई की जीत

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यूपी चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन भले ही अच्छा नहीं रहा है लेकिन यहां सूरजपुर जिला कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के यहां खुशी का माहौल देखने को मिला । उनके बड़े भाई आशीष कुमार सिंह बिलग्राम-मालवान सीट से दूसरी बार भाजपा की टिकट से विधायक बने हैं । पहले उनकी टिकट खतरे में पड़ गई थी लेकिन बाद में उन्हें प्रत्याशी बनाया गया । इस बार करीब 25 हजार वोटों की अच्छी मार्जिन से चुनाव जीतने में कामयाब रहे।

हरिराम नाई

एक पोर्टल संचालक के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई पर काफी कुछ बात हो रही है । बताते हैं कि संचालक के मोबाइल फोन से ऐसी ऐसी जानकारी निकली है कि जांच से जुड़े लोगों के हाथ पांव फूल गए हैं । पुलिस अफसर ही उन्हें संवेदनशील काल रिकॉर्डिंग मुहैय्या कराते थे अभी तो एक आईपीएस ही मददगार के रूप में पहचान हुई है लेकिन कई दाऊ के आसपास कई हरिराम नाई थे जो कि उन पर नजर रख सूचनाएं विरोधियों तक पहुंचाते थे । अब आगे क्या कुछ होता है यह देखना है ।

सहकारिता में मोर्चा

सहकारिता विभाग के आला अफसर के खिलाफ कई नेताओं और विभाग के लोगों ने मुहिम छेड़ दी है ।उन्हें हटाने के लिए बकायदा अभियान चल रहा है लेकिन अफसर का बाल बांका तक नहीं हो पा रहा है । कुछ समय पहले अफसर ने सहकारी बैंक के पदाधिकारियों की अनुशंसा को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया था इससे गुस्सा भड़का हुआ है । बताते हैं कि सहकारिता से जुड़े एक मंत्री को अफसर के खिलाफ शिकायत से अवगत कराया गया । मंत्री ने शिकायत को सही माना, लेकिन अफसर को हटवा पाने में असमर्थता जता दी और शिकायतकर्ताओं को हाईकोर्ट जाने की सलाह दी । शिकायतकर्ता जब एक अन्य मंत्री के पास गए, तो उन्होंने शिकायत को अनदेखा कर दिया । परेशान नेता और विभाग के लोग अब कोई चमत्कार की उम्मीद से हैं ।

विधायक की बल्लेबाजी

विधानसभा के गलियारे में तीन मंत्री गपिया रहे थे। इसी दौरान सरकारी नौकरी छोड़कर विधायक बने तेज तर्रार हुल्लड़बाज संरक्षण प्राप्त विधायक आ धमके। विधायक के पहुंचने के पहले ही तीनों वरिष्ठ मंत्रियों में खुसूर-फुसूर होने लगी। विधायक के कुछ बोलने के पहले ही मंत्रियों के बीच उसके संभावित कामों का अनुमान लगने लगा था। विधायक ने अपना काम बताया और मंत्रियों का अनुमान सही निकल गया। पड़ोस के जिले का यह विधायक तेज बल्लेबाजी के लिए पहचान बना रहा है ।

पीडब्ल्यूडी के महारथी

मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू को फ्री हैंड दे रखा है। करोड़ों का लोन लेकर चुनाव से पहले विभाग को सरपट दौड़ाने की कवायद चल रही हैं लेकिन असल में विभाग में चौकड़ी ही ज्यादातर माल हजम कर जा रही है । इसमें एक दुर्ग के चर्चित ठेकेदार, दूसरे पाटन के एक अफसर और दो मंत्रियों के रिश्तेदार की भूमिका महत्वपूर्ण बताई जा रही है।

जल्द होगा बदलाव

धान खरीदी सफलतापूर्ण होने के बाद सत्र निपटते ही सरकार के कामकाज में कसावट लाने के लिए मैदानी और मंत्रालय स्तर में अफसरों के विभागों में फेरबदल की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। चुनाव के हिसाब से कुछ जिलों में बदलाव की भी चर्चा है ।

छन्नी साहू के बहाने…

कांग्रेस विधायक छन्नी साहू का मामला विधानसभा में अचानक गर्माने के कई कारण तलाशे जा रहे हैं। इस मामले को भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने जोर-शोर से उठाकर लोगों को कुछ नया सोचने के लिए विवश किया। विधानसभा अध्यक्ष डांचरणदास महंत ने इस मामले की जांच रिपोर्ट मांगकर थोड़ी देर के लिये सरकार को सकते में डाल दिया था । गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की इस मामले में क्या भूमिका रही है, साहू समाज के लोग ही पूछ रहे ? सदन मेंकांग्रेस विधायक शांत थे और भाजपा जन प्रतिनिधियों के सम्मान का मुद्दा उठाते रही। बहुत दूर बैठे टी.एस.बाबा भी इस मुद्दे पर किसी के साथ थे।

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