प्रेमलाल पाल/धरसींवा : पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा समागम 2021 में 27 राज्य एवं 2 केंद्र शासित प्रदेशों के से आए 44 शिक्षाविद शामिल हुए एवं छत्तीसगढ़ के जिलों से आए 82 शिक्षक भी इस शिक्षा कुंभ में सम्मिलित हुए। इसमें छत्तीसगढ़ से बस्तर,कांकेर,कोरिया,सरगुजा,बिलासपुर,सेलूद,बलोदा बाजार आदि से आए शिक्षकों तथा अन्य राज्य दिल्ली, हरियाणा, दादरा नगर हवेली, बिहार, राजस्थान से आए शिक्षाविदों अपने विचार रखें।
देश भर से आए शिक्षकों एवं शिक्षाविदों ने कोरोनावायरस अपने द्वारा शिक्षा से बच्चों को जोड़े रखने के लिए जमीनी स्तर पर जो प्रयास किए उन्हें एक दूसरे से साझा किया। साथ ही इन परिस्थितियों में सरकार के द्वारा बनाई गई शिक्षा संबंधी योजनाओं पर भी विचार मंथन किया गया तथा छत्तीसगढ़ शासन की शिक्षा से जुड़ी सभी योजनाओं का प्रस्तुतीकरण शिक्षकों के द्वारा स्टॉल लगाकर किया गया।
इसी कड़ी में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला चंगोराभाठा पूर्व की शिक्षिका श्रीमती पूर्णेश डड़सेना को भी अपने नवाचारों को प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त हुआ साथी शिक्षिका के विद्यालय के विद्यार्थी युवराज साहू क़ो सभी शिक्षकों एवं प्रधान पाठक श्रीमती शोभा वर्मा के मार्गदर्शन में आर्ट एंड क्राफ्ट की गतिविधियों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा समागम में स्थान प्राप्त हुआ। शिक्षिका के द्वारा अन्य राज्यों से आए शिक्षकों को सीडबॉल देकर उनसे बातचीत को आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया तथा परिचय को आगे भी जारी रखने और नए-नए नवाचारों को एक दूसरे से साझा करने के लिए प्रयास किया गया। निरीक्षण के दौरान माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा शिक्षिका एवं विद्यार्थी के कार्यों की सराहना भी की गई।
शिक्षक कहना है कि इस तरह के राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम के द्वारा न सिर्फ हमारे जिले बल्कि जिले से बाहर के अन्य शिक्षकों के द्वारा किए गए नवाचारी प्रयासों को हमें जानने का अवसर हमें प्राप्त होता है। तथा हम अपनी शिक्षण पद्धति मे नये बदलाव लाकर और भी अधिक उर्जा से काम कर पाते हैं। ऐसे सम्मेलन समय-समय पर शिक्षा विभाग को आयोजित करते रहना चाहिए। जिससे हम सभी शिक्षक एक दूसरे से अपने विचारों एवं शिक्षा से जुड़े नए-नए रणनीतियों को साझा कर अपने कक्षा शिक्षण को और बेहतर बना पाए।
राष्ट्रीय शिक्षा समागम 2021में शामिल हुई धरसीवा की शिक्षक पूर्णेश डड़सेना एवं विद्यार्थी युवराज साहू
