भानुप्रतापपुर (कांकेर)। दो दिनों पूर्व नाबालिग से बलात्कार की घटना के बाद ग्रामीणों में, ग्राम भीरागांव में स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के जवानों के अनुशासनहीन रवैये और मनमानी के विरुद्ध खासा रोष व्याप्त है। इस कैम्प के आसपास स्थित तीन ग्राम पंचायतों भीरागांव, घोठिया तथा सोनेकन्हार के जनप्रतिनिधियों ने इस बाबत बैठक बुलाई। इस बैठक में सीएएफ के असिस्टेंट कमांडेंट अमृत एक्का व एसडीओपी भानुप्रतापपुर सहित कई अधिकारी भी शामिल थे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सीएएफ के जवान पूरी तरह अनुशासनहीन और उच्श्रृंखल हैं। जवान दिन-रात देशी शराब के लिए गांवों में भटकते रहते हैं तथा शराब पीकर नाजायज हरकतें करते हैं। जवान देर रात तक गांवों में किसी के भी घर में घुस जाते हैं। यही आचरण पिछले दिनों हुई बलात्कार की घटना का कारण है। यदि इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो सभी ग्रामवासी कैम्प को हटाने के लिए आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे। बैठक में मौजूद अधिकारियों ने भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति नहीं होने का आश्वासन दिया है। अधिकारियों ने आपसी सामंजस्य बना कर चलने की बात कही।
भीरागांव रेप केस : दिन-रात देशी शराब के लिए भटकते रहते हैं जवान…ग्रामीणों ने बताई बलात्कार की वजह
