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प्रियंका से मिलेंगे CM भूपेश, चित्रकूट के रामघाट पर महिलाओं से संवाद करेंगी प्रियंका

रायपुर : उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड वाले इलाके में गए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से मिलेंगे। दोनों नेताओं की यह मुलाकात चित्रकूट में होनी है। यहां रामघाट पर प्रियंका गांधी महिलाओं और लड़कियों से उनके मुद्दों पर बातचीत करेंगी। दोनों के कार्यक्रम में कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा और स्थानीय मंदिरों के दर्शन भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री बघेल दोपहर तीन बजे बांदा से चित्रकूट के मध्य प्रदेश वाले हिस्से में पहुंचेंगे। प्रियंका गांधी प्रयाग से सड़क मार्ग से होते हुए चित्रकूट के रामघाट पहुंचने वाली हैं। यहां कांग्रेस के लड़की हूं, लड़ सकती हूं…अभियान के तहत एक सभा है। इसके लिए मंदाकिनी नदी के रामघाट पर मंच की व्यवस्था की गई है। बाद में दोनों नेता कामदगिरी भगवान के दर्शन-पूजन के लिए मंदिर जाएंगे। बताया जा रहा है, उनके कामदगिरी परिक्रमा का भी कार्यक्रम है। पांच किलोमीटर के इस परिक्रमा परिपथ में ही चित्रकूट के सभी प्रमुख मंदिर आते हैं। मान्यता है कि कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा से कामनाएं पूरी होती हैं। पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री हेलिकॉप्टर से खजुराहो पहुंचेंगे। वहां से विशेष विमान से देर शाम तक रायपुर आएंगे। मुख्यमंत्री की यह उत्तर प्रदेश यात्रा मंगलवार से शुरू हुई है।

बांदा में बैठकों का दौर चला
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को खजुराहो-कालिंजर होते हुए बांदा पहुंचे थे। वहां उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू, राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी आदि के साथ स्थानीय कांग्रेस नेताओं-पदाधिकारियों की बैठक ली। चुनावी समीकरणों पर चर्चा हुईं। प्रियंका गांधी की 23 को बांदा में प्रस्तावित प्रतिज्ञा यात्रा की तैयारियों की समीक्षा भी हुई।

पूर्वांचल के साथ बुंदेलखंड पर जोर
यूपी की राजनीति में पूर्वांचल और बुंदेलखंड का इलाका काफी अहमियत रखता है। ऐसे में कांग्रेस का जोर पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ बुंदेलखंड पर भी है। इस अंचल के सात जिलों झांसी, जालौन, ललितपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट और महोबा में विधानसभा की 19 सीटें हैं। फिलहाल सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा है। लोकसभा की चार सीटों पर भी भाजपा काबिज है। ऐसे में राजनीतिक दृष्टि से पथरीली इस जमीन पर कांग्रेस को लीड दिलाने के लिए रणनीतिकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते।

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