भोपाल : हमीदिया अस्पताल में आग से मरने वाले बच्चों का पोस्टमॉर्टम शुरू हो गया है। मॉर्च्यूरी में 7 बच्चों के शव लाए गए हैं। इससे पहले अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान मंगलवार सुबह हमीदिया अस्पताल पहुंचे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे की जांच की जिम्मेदारी सुलेमान को दी है। वे 20 मिनट तक ही यहां रहे। उनके साथ गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन भी थे। CM शिवराज भी हमीदिया आ सकते हैं। DIG इरशाद वली और मंत्री सारंग पहले से ही पहुंच गए हैं।
उधर, परिजन का दावा है कि 4 बच्चों की मौत की जानकारी सरकार की ओर से दी गई है, लेकिन आंकड़े इससे ज्यादा हैं। उनका कहना है कि रात ढाई बजे से मंगलवार सुबह तक अस्पताल मैनेजमेंट ने कई परिजन को उनके बच्चों की मौत की खबर दी है। ऐसे में आंकड़ा बढ़ सकता है।
दोपहर 1.17 बजे: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अस्पताल पहुंचे। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा भी साथ हैं। भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा भी साथ हैं। साढे़ पांच बजे स्वास्थ्य मंत्री के बंगले का घेराव करने की बात कही। कमलनाथ ने कहा कि आंकड़े छिपाने का खेल चल रहा है।
दोपहर 12.15 बजे: हमीदिया में बच्चा बदलने का मामला सामने आया है। बागसेवनिया की पूनम का कहना है कि हादसे के बाद उसने अपने बच्चे को जीवित देखा था। सुबह विश्वास सारंग आए, तब भी उसने बच्चे की पहचान की थी। करीब 2 घंटे बाद उसे बताया गया कि उसका बच्चा मर गया है। जिस बच्चे की बॉडी दिखाई गई, वो उसके बच्चे की नहीं है।
सुबह 11.38 बजे: कांग्रेस नेता अर्चना जायसवाल और पीसी शर्मा अस्पताल पहुंचे। दोनों ने अंदर जाना चाहते थे। इसे लेकर पुलिस और कांग्रेस नेताओं में बहस हो गई।
सुबह 11.15 बजे: बच्चों को शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया। सात बच्चों के शव मॉर्च्यूरी लाए गए हैं।
सुबह 11 बजे: मंत्री विश्वास सारंग को लोगों ने घेर लिया। मंत्री ने उन्हें समझाते हुए कहा कि 4 बच्चों की ही मौत हुई है, बाकी बच्चों का बेहतर इलाज किया जा रहा है। परिजन को 4-4 के ग्रुप में बच्चों के पास ले जाया जाएगा। हादसे के दोषियों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। इसके बाद लोग शांत हुए।