भिलाई : दुर्ग जिले में रविवार को चरोदा के वीएमवाय जी केबिन गणेश चौक बस्ती में धर्मांतरण के मामले को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में क्रिश्चियन समुदाय के लोग शिकायत करने जीआरपी थाने पहुंचे। वहां उन्होंने ज्योति शर्मा व 20-25 अन्य के खिलाफ प्रार्थना के दौरान घऱ में घुसकर मारपीट, दान पेटी से लूटने सहित महिलाओं व बच्चों से मारपीट का आरोप लगाया है। बाद में ज्योति शर्मा पक्ष के लोगों ने भी अपनी शिकायत दी। लगभग 4 घंटे तक थाने में हंगामा चलता रहा। जीआरपी के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर ज्योति व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जबकि ज्योति शर्मा पक्ष की शिकायत को जांच में लिया गया है।
जीआरपी टीआई एलएस राजपूत ने बताया कि रुक्मिणी सोनवानी ने शिकायत की है कि उसके घर के पास एक घर में प्रार्थना कक्ष बनाया गया है। यहां ईसाई समुदाय के लोग पिछले 15 वर्षों से प्रार्थना करते आ रहे हैं। रविवार सुबह भी उनकी प्रार्थना चल रही थी। तभी लगभग 9.30 बजे के करीब ज्योति शर्मा करीब 20-25 लोगों के साथ पहुंची और उनके धर्म का अपमान करने लगी। जब उन्होंने उसे रोका तो उन लोगों ने घर के अंदर घुसकर गाली गलौज करते हुए उनके साथ मारपीट की। चर्च के सामान को भी क्षति पहुंचाई। मारपीट में अनीता नाग, योगेश सोनानी, किशोर सोलंकी और लता नाग को चोटें आई। दान पेटी को भी तोड़ रुपए ले जाने का आरोप लगाया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ज्योति शर्मा ने लगाया धर्मांतरण का आरोप
टीआई ने बताया कि ज्योति शर्मा पक्ष ने आरोप लगाया कि ईसाई समुदाय के लोग गरीब भोले-भाले लोगों को पहले कर्ज देते हैं और बाद में पैसा न दे पाने पर उनके ऊपर दबाव बनाकर धीरे-धीरे उनका धर्मांतरण करा रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने उनकी शिकायत लेकर मामले को जांच में लिया है। इससे पहले भी इस क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं।
टीआई को पढ़ाया गया कानून का पाठ
इससे पहले थाने में ईसाई समुदाय के लोगों ने जीआरपी टीआई एलएस राजपूत को कानून का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। वह लोग हर आरोप के बाद उसकी धारा और उसकी सजा भी टीआई को बता रहे थे। इसके बाद टीआई से कागज में उन धाराओं को लिखवाकर उसकी फोटो भी क्लिक कर रहे थे। बाद में जीआरपी के उच्च अधिकारियों ने समुदाय के लोगों को समझाया और कहा कि अभी मामला दर्ज कर जांच में लिया जाएगा। उसके बाद जो धारा घटे बढ़ेगी वह लगा दी जाएंगी। इसके बाद वह लोग शांत हुए।