रवि सेन/बागबाहरा : भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष जसराज बाला चंद्राकर ने महासमुंद जिले के पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल से सौजन्य मुलाकात करके गरीब मजदूरों को पैसे का लालच देकर पलायन कराने वाले गिरोह के खिलाफ आईपीसी की धारा – 370 मानव तस्करी के तहत मामला दर्ज करने की मांग किया । साथ ही पलायन मे उपयोग आने वाली अन्य राज्य से आये बसों तथा स्थानीय ट्रेवल्स की बसों के मालिकों के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की मांग किया ।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष जसराज ने पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल को बताया की महासमुंद जिले से 40 से 50 हजार मजदूर पलायन करते हैं । जिनका ना ही श्रम विभाग मे पंजीयन होता है और ना ही मजदूरों की सुरक्षा की कोई भी गारंटी होती है । मजदूरों को तो यह भी पता नही होता कि वे काम करने के लिए कहाँ जा रहे है । पलायन महासमुंद जिले का सबसे गंभीर समस्याओं में से है । पैसों का लालच देकर मजदूरों की तस्करी कराने वाले गिरोह मे पूरे जिले भर में 50-60 लोग सक्रिय है। जो लोगों को मोटी रकम का लालच देकर एडवांस में पैसे बांटने में सक्रिय हो गया है । इतनी बड़ी संख्या में पलायन होने के कारण हर साल महासमुंद जिले में मजदूरों की भारी कमी हो जाती है। तथा कृषि कार्य सहित अन्य कार्य काफी प्रभावित होते हैं । जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । जसराज ने विभिन्न थाना प्रभारियों की शिकायत करते हुए पुलिस अधीक्षक को बताया कि जब रात मे मजदूरों के अवैध पलायन की सूचना थानों मे दिया जाता है तो थाना प्रभारियों द्वारा मामले को श्रम विभाग का बताते हुए पल्ला झाडकर किसी भी प्रकार से पलायन को रोकने के लिए कार्यवाही नही किया जाता ।
जसराज ने पुलिस अधीक्षक महोदय को अवगत कराते हुए बताया कि पूर्व मे महासमुंद जिले मे विभिन्न थानों पर पलायन की शिकायत पर आईपीसी धारा -370 मानव तस्करी की कार्यवाही किया जा चुका है । जिले मे अन्य राज्यों की बसों से क्षमता से अधिक लोगों को भरकर भारी संख्या मे अवैध पलायन होने पर पुलिस को जानकारी नहीं होना पुलिस के सूचनातंत्र पर प्रश्नचिंह खडा करता है ।