बालकृष्ण मिश्रा/सुकमा : शासन प्रशासन का धावा दिनों दिन जुमला साबित होता जा रहा है, विगत दिनों से शिक्षा विभाग का मामला शैक्षणिक अव्यवस्था का सोशल मीडिया, अखबार खबर में आ रहा है, फिर भी शासन प्रशासन का सुध नहीं। जिला पंचायत सदस्य रामा सोड़ी अचानक स्कूल पहुंच कर स्कूल का जायजा लिया इस वक्त सुकमा ब्लाक के ग्राम पंचायत बोड़को के आश्रित ग्राम कोटमपारा प्राथमिक शाला बिना शिक्षक से स्कूल संचालित हो रहा है बच्चे रोज स्कूल जाते हैं सपरासी के भरोसे पढाई कर रहे हैं , शिक्षक नदारद रहे, ग्रामीण ने बताया कि शिक्षक एक भी नहीं है, बच्चे अपने से पढाई करने मजबूर 35 बच्चों की दर्ज संख्या हैं।
एक और स्कूल जो ग्राम पंचायत फुलबगड़ी के पारा प्राथमिक शाला मरकामपारा स्कूल में कुल 25 बच्चे की दर्ज संख्या हैं , जब राम सोड़ी स्कूल पहुंच कर जायजा लिया तो स्कूल खुला था, एक भी बच्चे नहीं थे , शिक्षक नहीं थे, कुछ देर बाद सपरासी आया रामा सोड़ी ने सपरासी को पूछने पर कहा है कि कल बच्चे आये थे आज नहीं है, एक भी शिक्षक नहीं है बच्चे आकर देखते हैं शिक्षक नहीं होने से हैं वापस चले जाते हैं ये बात कहा। इस दौरान ग्रामवासी ने कहा कि इस समस्या को लेकर प्रशासन को अवगत कराया गया है लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुआ। मामला गंभीर है आदिवासी इलाक़ा में स्कूलो का ये हालात हैं प्रशासन का ढोंग इससे साबित होता है कि शिक्षा व्यवस्था कितना गंभीर है। रामा सोड़ी ने तुरन्त डीईओ को दूरभाष के माध्यम से तत्काल व्यवस्था करने कहा है।