कमलेश लव्हात्रे/बिलासपुर : कोरोना गाइडलाइन का हवाला देकर जिला और पुलिस प्रशासन ने मुस्लिमों के सबसे बड़े पर्व ईद मिलादुन्नबी के मौके पर जुलूस निकालने पर रोक लगा दी। प्यारे नबी की शान में निकलने वाले जुलूस की अनुमति ना मिलने और पक्षपात पूर्ण रवैये से नाराज मुस्लिम समुदाय ने किसी भी बात की परवाह किए बगैर मंगलवार की दोपहर जोर शोर से भव्य जुलूस निकाल दिया। एक समुदाय को पर्व मनाने की इजाज़त और दूसरे समुदाय को कोरोना का डर दिखाकर कुछ संगठनों और विपक्षी दल को खुश करने की सियासत से नाराज समुदाय ने जिला और पुलिस प्रशासन की एक न सुनी और समाज के लोगों ने एकजुटता और काफी शालीनता के साथ बिना चार पहिया वाहन और बिना डीजे के भव्य जुलूस निकालकर मोहब्बत और शांति का पैगाम देने वाले पैग़म्बरे इस्लाम के झंडा को बुलंद किया। मुस्लिम समाज हर तरीके से अनुमति मांगने की कोशिश की मगर प्रशासन ने एक न सुनी। दोपहर में अचानक हर गली मोहल्लों से निकलकर लोगों ने पैदल जुलुश निकालकर वर्षों की परंपरा का निर्वाह करते खुशी जाहिर की। इसका समापन ईदगाह में किया गया।
ईदमिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर मोहब्बत और शांति का पैगाम देने वाले पैग़म्बरे इस्लाम के झंडा को बुलंद किया मुस्लिम समाज ने
