अक्कू रिजवी/कांकेर। इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, सिंगारभाट, कांकेर में राष्ट्रीय बागवानी मिशन द्वारा पोषित परियोजना सीताफल का व्यावसायिक उद्यान स्थापना एवं उनका प्रसंस्करण विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण 12 अक्टूबर और 13 अक्टूबर को आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभांरभ करते हुए डॉ. देवशंकर अधिष्ठाता महोदय ने बस्तर संभाग में सीताफल उत्पाद की संभावना एवं उसके प्रसंस्करण महत्व पर प्रकाश डाला डॉ. पी.एस. मरकाम सहायक प्राध्यापक एवं परियोजना प्रभारी ने सीताफल की उन्नत उत्पादन के बारे में बताया व पके हुए सीताफल से पल्प निकालना, पैकिंग करने संबंधित जानकारी प्रदान किये। डॉ. ए. कुरैशी सहायक प्राध्यापक शस्य विज्ञान ने सीताफल से तैयार किये जाने वाले उत्पाद एवं उनका महत्व विषय पर प्रकाश डाला। डॉ. बिरबल साहू वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र, कांकेर के द्वारा फल एवं सब्जियों के प्रसंस्करण करने के फायदे से अवगत कराया जय प्रगति महिला स्व-सहायता समूह कन्हारपुरी के श्रीमति चंद्रमणि कौशिक एवं साथियों के द्वारा सीताफल पल्प से आईसक्रिम बनाने की विधि से संबंधित जानकारी दी गई। डॉ. प्रमोद कुमार नेताम सहायक प्राध्यापक कृषि प्रसार ने उत्पादन को बाजार में विक्रय के लिए किस प्रकार से व्यवस्था होनि चाहिए जिससे आमदनी के साथ तैयार उत्पाद का माँग लम्बे समय तक बना रहे एवं उत्पाद को अधिक लोगों तक कैसे पहुचाया जाए से संबंधित जानकारी प्रदान किये। महाविद्यालय प्रक्षेत्र में स्थापित सीताफल बगीचा का भ्रमण डॉ. पी.एस. मरकाम एवं श्री देवचंद सलाम द्वारा कराया गया भ्रमण के दौरान स्थानीय किस्म एवं रोपित किस्मों की विशेषताओं से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में लारगाँव, कन्हनपुरी, आतुरगाँव व कुलगाँव के कृषक, महिला कृषक एवं स्व-सहायता समूह के सदस्य सम्मिलित हुए।
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