- कवर्धा मामलें में विपक्ष राजनीतिक रोटी सेंक रही है, यह कहां तक उचित हैः सीएम बघेल
डोंगरगढ़ : क्वांर नवरात्र पर्व की शश्ठी को मुख्यमंत्री भूपेष बघेल ने मां बम्लेष्वरी देवी के दरबार में मत्था टेका। पंडितों के मंत्रोच्चार के साथ विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर प्रदेष की खुषहाली की कामना की। साथ ही छत्तीसगढ़ में धान की बंपर आवक के लिए माता से दुआ मांगी। सीएम बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करतें हुए कहा कि कोरोना की वजह से आर्थिक गतिविधियां थम गई थी। यहां तक की पर्व में माता के भक्त उनके दर्षन के लिए नहीं आ पा रहे थे। लेकिन तीन पर्व के बाद इस बार प्रदेष के देवी मंदिरों में दर्षन हो रहा है। उत्तर प्रदेष चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाएं जानें के सवाल पर सीएम ने कहा कि हाईकमान ने जो भी जिम्मेदारी सौंपी है, उसका निर्वहन करना है। इसके पूर्व भी जिन राज्यों में चुनाव हुए वहां पर दायित्व निभाकर खरा उतरनें का प्रयास किया हूं। उन्होंने यूपी की योगी सरकार को किसान विरोधी व डरपोक सरकार बतातें हुए कहा कि यूपी की सरकार इतनी डरी हुई थी कि हमें एयरपोर्ट से बाहर नहीं जानें दिया गया। कांग्रेस के दबाव के कारण ही मंत्री के बेटे की गिरफतारी हुई है। इससें साफ जाहिर है कि कानून के साथ खिलवाड़ करके योगी व मोदी सरकार किसानों के आरोपी को बचानें में लगी हुई थी। लेकिन लड़ाई में जीत आखिर सत्य की होती है। आगामी दिनों में यूपी में चुनाव होनें है और वहां पर बदलाव की लहर चल रही है। कांग्रेस ने वाराणसी से हुंकार भरकर चुनावी आगाज कर दिया है।
कवर्धा मामलें में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पूरा ठिकरा व घटना के लिए जिम्मेदार भूपेष सरकार को ठहराया है। इसके जवाब पर सीएम बघेल ने कहा कि जो व्यक्ति बड़े-बड़े घोटालों में फंसा हो वह दूसरें से क्या जवाब मांगेंगे। उनके मुख्यमंत्री रहतें हुए प्रदेष में नान घोटालें में उनका नाम आया। लेकिन उस पर उन्होंने जवाब ही नहीं दिया। कवर्धा में जो कुछ हुआ उसकी जांच कर दोशियों पर कड़ी कार्रवाई करनें के सख्त निर्देष दिए गए है। लेकिन घटना के बाद जो राजनीतिक हथकंडा अपनाकर रोटी सेंक रहे है, वह कहां तक उचित है। दंगा फेलानें में बीजेपी नेताओं ने साजिष रची। मामलें में किसी भी आरोपी को बख्षा नहीं जाएगा। अफसरों से सुक्ष्मता से जांच कर कार्रवाई के आदेष दे दिए गए है।