रायपुर। रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन से मिला। इस दौरान श्री मालू ने केंद्रीय मंत्री से मांग की कि सोने पर 12.5 प्रतिशत एवं सोने और चांदी पर 3 प्रतिशत जीएसटी लिया जा रहा है, अगर दोनों में थोड़ी छूट प्रदान की जाती है तो स्थानीय कारीगरों के साथ ही आम जनता को भी लाभ मिलेगा। इस अवसर पर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू, शिवराज भंसाली, भीकमचंद कोचर, मदन लाल अग्रवाल, महावीर चंद बुरड़, चेतन सोनी, प्रहलाद सोनी, अनिल कुचेरिया, प्रमित नियोगी, संजय कानूगा व निकेश बरडिया उपस्थित थे। श्री मालू ने बताया कि वर्तमान में सोने के आयात पर जो 12.5 फीसदी का शुल्क लिया जा रहा है उसे कम किया जाए ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दामों में एकरुपता बनी रहे। जिससे सराफा कारोबारी विदेशों में सोने के जेवर का निर्यात कर सकें। जिससे स्थानीय कारीगरों को रोजगार उपलब्ध होगा और भारत के कारीगरों द्वारा बनाए गए जेवरों को विदेशों में निर्यात किया जा सकेंगा क्योंकि भारत के बने जेवरों को विदेशों में काफी पसंद किया जाता है। इन जेवरों के निर्यात होने से केंद्र सरकार के खजाने में बढ़ोत्तरी भी होगी। श्री मालू ने बताया कि अभी केंद्र सरकार के द्वारा सोने और चांदी पर जो 3 प्रतिशत की जीएसटी लिया जा रहा हैं उसे घटाकर कम किया जाए ताकि सराफा कारोबारी के साथ – साथ आम जनता पर पढऩे वाला भार कम होगा और वे बेझिझक इनकी खरीदी करेंगे। जिससे केंद्र सरकार के राजस्व में इजाफा होगा। इसके साथ ही प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने केंद्रीय वित्त मंत्री से इस विषय में सहानुभूतिपूर्वक विचार कर उचित निर्णय लेने की मांग की।
सोने और चांदी में लगने वाले आयात व जीएसटी शुल्क में छूट की मांग, रायपुर सराफा एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मिला केंद्रीय वित्त मंत्री से
