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छत्तीसगढ़ को लेकर दिल्ली में चल रही राजनीतिक ड्रामेबाजी अब खत्म, विधायकों की आज होगी वापसी

रायपुर : छत्तीसगढ़ को लेकर दिल्ली में पिछले चार-पांच दिनों से चल रही राजनीतिक ड्रामेबाजी अब समाप्ति की ओर है। दिल्ली के छत्तीसगढ़ सदन में रविवार को हुई विधायकों की बैठक के बाद विधायक संतुष्ट नजर आए और रायपुर वापसी करने का फैसला लिया। अधिकांश विधायक सोमवार की शाम पांच बजे की फ्लाइट से वापस लौटेंगे। वहीं कुछ विधायक अपने काम के सिलसिले में अभी भी दिल्ली रुकेंगे। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश का वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाए जाने से विधायक संतुष्ट हैं। इसके अलावा विधायकों का दावा है कि उन्हें ऐसे कई संकेत मिले हैं, जिससे वे संतुष्ट हो गए हैं। एक विधायक ने बताया कि उत्तर प्रदेश चुनाव तक अब बदलाव की कोई बात नहीं होगी। बता दें कि इस समय दिल्ली में कांग्रेस के करीब 39 से 40 विधायक जमा हैं। विधायक दिल्ली आने का कारण निजी बता रहे थे, लेकिन चर्चा यह थी कि ढाई-ढाई साल के फार्मूले की वजह से विधायक दिल्ली गए थे। चर्चा यह भी है कि विधायकों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में हस्ताक्षर भी किए हैं।

भाजपा और आरएसस कर रहे छत्तीसगढ़ को अस्थिर करने की कोशिश-बृहस्पत
कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने दिल्ली में एक चैनल में दावा किया है कि भाजपा और आरएसएस छत्तीसगढ़ की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ में भाजपा को देशी अंग्रेज कहते हैं। आरएसएस कार्यकर्ता हमारे विधायकों को भटकाने की कोशिशें कर रहे हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार को निशाना बनाया, जिसके चलते यह गिर गई। पंजाब में भी उन्होंने यही किया। भाजपा अब वह टीएस सिंहदेव को उकसा रही है, लेकिन वह एक बुद्धिमान और समझदार नेता हैं और वह भाजपा की साजिशों में नहीं फंसेंगे।

सभी विधायक हाईकमान के साथ, आधा इंच कोई इधर जाएगा ना उधर : सिंहदेव
बृहस्पत सिंह के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, 90 में 70 विधायकों की सरकार कभी अस्थिर नहीं हो सकती, ना होगी। सबको यह मान लेना चाहिए और समझ जाना चाहिए कि 70 के 70 कांग्रेस पक्ष के विधायक हैं। सब हाईकमान के साथ हैं। कोई आधा इंच ना इधर जाएंगे ना उधर जाएंगे। सब हाईकमान के अधीन हैं और उनके अधीन रहकर काम करते हैं। उन्होंने विधायकों के दिल्ली प्रवास को लेकर कहा, लोग अपनी अपनी भावनाएं व्यक्त करना चाहते हैं। प्रजातंत्र में उसकी छूट होनी चाहिए। दायरे में रहकर अपनी बात रखना चाहे तो उसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

इधर, बेमेतरा में मुख्यमंत्री बोले-जब सीएम यहां है तो प्रभारी मंत्री को कोई पूछता है क्या
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिन से बेमेतरा में प्रवास पर हैं। उन्होंने वहां विकास कार्यों के सौगातों की झड़ी लगा दी है। इस पूरे कार्यक्रम में यहां के प्रभारी मंत्री टीएस सिंहदेव नजर नहीं आए। वहीं सिंहदेव दो दिन से रायपुर में हैं और स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं। इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। रविवार को जब मुख्यमंत्री ने बेमेतरा में पत्रकारवार्ता ली तो, मंत्री सिंहदेव की अनुपस्थिति पर सवाल उठा। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, जब मुख्यमंत्री यहां है तो प्रभारी मंत्री को कोई पूछता है क्या? दिल्ली में हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री के बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं।

रविवार को चार विधायक गए थे दिल्ली
विधायकों के दिल्ली जाने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। विधायक देवेन्द्र यादव, गुरुदयाल बंजारे और चंदन कश्यप सुबह दिल्ली के लिए उड़ान भरा। वहीं बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद दोपहर को दिल्ली के लिए रवाना हुए। इसके अलावा दो विधायक कुलदीप जुनेजा और चिंतामणि महाराज की तबीयत खराब होने की वजह से वे दिल्ली नहीं जा सके।

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