- सनातन सामाजिक सद्भावना मंच कोंडागांव के तत्वधान में दो दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण संपन्न
प्रकाश नाग/फरसगांव/केशकाल : सनातन सामाजिक सद्-भावना मंच कोंडागांव के तत्वाधान में आदर्श विद्यालय परिसर फरसगांव में दो दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन किया गया । उद्घाटन कार्यक्रम के दिन कांकेर सांसद मोहन मंडावी , राज्यसभा सांसद श्रीमती फूलों देवी नेताम, जनपद पंचायत अध्यक्ष शीशकुमारी चनाप, नगर पंचायत अध्यक्ष गणेश दुग्गा, विजय लाँगड़े महाप्राण पुरोहित सही कई स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे वहीं दूसरे दिन समापन कार्यक्रम में बस्तर महाराजा कमलचंद भंजदेव, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी, पूर्व विधायक भोजराज नाग, सेवकराम नेताम समेत सभी समाज के प्रमुख पदाधिकारी गण भी शामिल हुए।
दो दिवसीय सनातन सामाजिक सद्भावना मंच के द्वारा कार्यशाला सहप्रशिक्षण का आयोजन किया गया था जिसमें बस्तर संभाग के सभी समाज के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे कार्यक्रम के दौरान समाजिक पदाधिकारियों ने समाज में चल रहे गतिविधियों और विचारधारा को साझा किए साथ ही समाज को लगातार विभाजन करने में लगे ईसाई धर्मांतरण को रोकने के लिए सभी लोगों ने एकजुट होकर पुरजोर विरोध करने की बात कही ।
कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा सांसद फूलोंदेवी नेताम ने कहा कि दुनिया में सनातन धर्म ही एकमात्र धर्म व संस्कृति है, बाकी सब पंथ व सम्प्रदाय हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का दायरा व्यापक है। भारत के लोग अपने देश को माता समझते हैं। जिस दिन सनातन संस्कृति का मर्म लोग समझ जाएंगे उस दिन भारत फिर से विश्वगुरु बन जाएगा साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के आदेश धर्म परिवर्तन करने वालों को जाती प्रमाण पत्र निरस्त करने एवं जातिगत आरक्षण का लाभ ना मिलने का स्वागत किया।
इसी तरह कांकेर लोकसभा सांसद मोहन मंडावी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भोले-भाले आदिवासियों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण करवा रहे हैं और उन सबको सामाजिक रीति रिवाज से दूर करने में लगे हुए हैं इसलिए हम सब को एकजुट होकर धर्मांतरण पर रोक लगानी होगी जिसके चलते हमारी संस्कृति वेशभूषा व रीति रिवाज परंपरा को बचाया जा सके ।
पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने भी कहा कि धर्मांतरण को रोकने सड़क की लड़ाई लड़नी होगी तो हम सब मिलकर लड़ेंगे क्योंकि धर्मांतरण करने से लोग अपनी परंपरागत पूजा पाठ रीति रिवाज को भूलते जा रहे हैं इसलिए हमें जल्द से जल्द बदलाव लाते हुए धर्मांतरण को रोकना है जिसके चलते सभी समाज के संस्कृति वेशभूषा धार्मिक आस्था बना रहे ।
सनातन सामाजिक सद्भावना मंच के सदस्य हरिशंकर नेताम ने बताया कि बस्तर संभाग के विभिन्न वर्ग समुदाय के लोगों को एकत्रित किया गया साथ ही विशेषकर जनजाति समुदाय में अलगाव टकराव और बिखराव जैसी समस्या आ रही है जिसके कारण आए दिन समाज में अराजकता का माहौल बना रहा है विशेषकर बस्तर संभाग के दूरस्थ अंचलों में धर्मांतरण मतानतरण का जो खेल चल रहा है जो आज समाज के लिए बहुत बड़ी मुद्दा है इसी को ध्यान में रखते हुए बस्तर संभाग से लोग पहुंचे और विभिन्न समुदाय के लोग आपसी चर्चा परिचर्चा के बाद आत्मचिंतन मनन करने उपरांत धर्मांतरण को रोक लगाने पहल करने की बात कही गई । दो दिवसीय इस कार्यक्रम में बस्तर संभाग के सभी समाज के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे ।