छिंदवाड़ा। जहरीले सांप को पकड़कर उसके साथ खिलवाड़ करना एक सर्पमित्र को महंगा पड़ गया। सांप ने उसे डस लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। मामला परासिया ब्लॉक के न्यूटन चिखली के वार्ड नंबर 6 का है। जानकारी के मुताबिक संतलाल पिता बंजारी ( 49) सर्पमित्र के रूप में लंबे समय से काम कर रहा था। बुधवार शाम को बस स्टैंड में प्लास्टिक की बरनी में बंद सांप को दोबारा बाहर निकालकर वह उससे खिलवाड़ करने लगा। इस दौरान सर्प ने उसे डस लिया। इससे उसके शरीर में तेजी से सांप का जहर फैल गया। आनन-फानन में उसे अस्पताल लाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया है।
संतलाल लोगों के घर, ऑफिस या अन्य किसी स्थान से निकलने वाले जहरीले सांप को पकड़कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया करता था।पोस्ट ऑफिस में भी जहरीले सांप को पकड़कर संतलाल बस स्टैंड पंहुचा था। यहां संतलाल ने उसे बाहर निकाला और फन फैलाने के लिए उसे हाथ से छेड़ रहा था। इसी दौरान सांप ने उसके हाथ में डस दिया। हालांकि संतलाल ग्लब्स पहनेे था। उसने दोबारा सांप को बरनी में बंद कर दिया था। बेहोश होने पर उसे अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।