रायपुर : रोका छेका का आंदोलन के माध्यम से नेवनारा, हसदा क्षेत्र के कृषि भूमि में लगने वाले उद्योग की रोकथाम और सिल तारा उरलामें स्थित सैकड़ों उद्योगों के प्रदूषण से कृषि जल जन जीवन और संस्कृति को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों द्वारा पद यात्रा करने का निर्णय लिया गया है। अन्नदाता किसानों के इस महायज्ञ में इस महायज्ञ में तन मन से सहयोग कर जागरूकता और एकता का परिचय देवे। इस पद यात्रा का नेतृत्व राज्य आंदोलनकारी प्रदेश किसान नेता श्री अनिल दुबे एवं संरक्षक तोरन लाल नायक,केंद्रीय किसान मोर्चा के प्रवक्ता जागेश्वर प्रसाद, उपाध्यक्ष इंजीनियर अशोक ताम्रकार,मोर्चा के महासचिव अरुण परगनिया सचिव उदय राम साहू जामवंत परगनिया गिरधारी सिंह ठाकुर लाला राम वर्मा टिकेंद्र परगनिहा आदि करेंगे ।
पदयात्रा का मुख्य मुद्दा १ नेवनारा हसदा अकोला परीक्षेत्र के कृषि भूमि पर उद्योगपतियों द्वारा प्रस्तावित उद्योग की योजनाओं को रद्द कराने। दूसरा मुद्दा म ऊर्ला क्षेत्र में स्थापित सैकड़ों उद्योगों केऔद्योगिक प्रदूषण से अंचल के सैकड़ों गांव के कृषि भूमि जल जीवन और संस्कृति की बर्बादी को रोकने। तीसरा किसानों के द्वारा उत्पादित सभी फसलों का समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दिलाने।
चौथा भारत शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर ही मंडियों में खरीदी कराने। पांचवा शिवनाथ नदी में स्टॉप डेम बनाकर 100 गांवो में सिंचाई की व्यवस्था करना। बिजली कटौती बंद कर अव्यवस्था की रोकथाम कराना। शामिल है। 2 अक्टूबर का पदयात्रा नेवनारा चंडी मंदिर में पूजा अर्चना कर नेवनारा कुसमी देवादा बहेरा सुरहोली रामपुर लेंजवारा भटगांव सुरहोली शरदा में किया जाएगा।
नेवनारा , हरदा, क्षेत्र में लगने वाले उद्योग की रोकथाम एवं औद्योगिक प्रदूषण पर अंकुश लगाने हेतु छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 2 अक्टूबर से तीन दिवसीय पदयात्रा का शंखनाद
