रायपुर : छत्तीसगढ़ के एक दर्जन से अधिक विधायकों के दिल्ली पहुंचने से राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने कहा, विधायकों के दिल्ली दौरे को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए। कोई व्यक्ति कहीं जा सकते हैं, दोस्तों के साथ जा सकते हैं। उसको राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए। राजनीतिक आदमी है तो मुलाकात करेंगे। पीएल पुनिया जी (PL Punia) दिल्ली में है ही नहीं तो विधायक किससे मुलाकात करेंगे।
विधायक बृहस्पत सिंह के बयान के सवाल पर सीएम भूपेश टाल गए। उन्होंने कहा, ऐसा कोई बयान मैंने नहीं सुना। दरअसल, दिल्ली पहुंचे कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा है कि ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री जैसी कोई बात ही नहीं है। क्या राहुल गांधी ने कभी कहा कि ढाई-ढाई साल जैसी कोई बात, क्या मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ढाई-ढाई साल जैसी कोई बात है या फिर टीएस सिंहदेव ने कहा हो ढाई-ढाई साल जैसी कोई बात है। यह सब भाजपा की चाल है। मध्यप्रदेश में जिस तरह से ग्वालियर वाले महाराज को अपने भरोसे में लेकर कांग्रेस की सरकार गिराई है। वैसे ही छत्तीसगढ़ में सरगुजा वाले महाराज को भरोसे में लेकर सरकार गिराना चाहते हैं। लेकिन टीएस सिंहदेव समझदार हैं।
कपिल सिब्बल का बयान दुर्भाग्यपूर्ण
कपिल सिब्बल की ओर से कांग्रेस हाईकमान पर सवाल खड़े करने के सवाल पर सीएम भूपेश ने कहा, कपिल सिब्बल जैसे वरिष्ठ नेता का इस प्रकार बयान निश्चित तौर पर दुर्भाग्यपूर्ण है राहुल गांधी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद पार्टी ने सोनिया गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर स्वीकार किया, जो अभी तक कार्यरत हैं। बीच में चुनाव की घोषणा हुई, लेकिन कोरोना काल के कारण से चुनाव स्थगित करना पड़ा। इसके बाद सवाल उठाया जाना हास्यास्पद है।