रायपुर : कोराना के कारण आइपीएल बंद हो गया था। अब एक बार फिर आइपीएल का आगाज हो चुका है। राजधानी समेत प्रदेश में क्रिकेट सट्टा खिलाने का दौर शुरू हो गया है। आइपीएल के बड़े बुकी मुंबई-नागपुर में बैठकर खाईवालों को लाइन दे रहे हैं और सटोरियों से दांव लगवा रहे हैं। खाईवालों ने इस सट्टे के खेल को अंजाम देने के लिए आइडी को सहारा बनाया है।प्रत्येक मैच में करोड़ों रुपये का दांव लग रहा है। उल्लेखनीय है कि दांव लगवाने के लिए खाईवाल पैसे लेकर आईडी दे रहे हैं और सट्टा लगवा रहे है। आरोपियों के इस कारनामे का राजफाश तेलीबांधा पुलिस को पिछले दिनों हुई कार्रवाई में पता चला है। गिरफ्त में आए खाईवालों से मुख्य सटाेरियों का नंबर जुटाकर पुलिस उनके बारे में पता लगा रही है। सट्टा खिलाने वाले आरोपियों पर अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। स्थानीय पुलिस के अलावा सायबर सेल अलर्ट मोड में है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार आईपीएल मैच शुरु होने से पहले बड़े खाईवाल अंडरग्राउंड हो गए हैं। आरोपित अपने कर्मचारियों के भरोसे ही पूरे कारोबार को अंजाम दे रहे हैं।
महंगी कार में में घूम-घूम कर आइपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा संचालित करने वाले तीन आरोपित को सायबर पुलिस और पंडरी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से दो चार पहिया वाहन और 11 हजार 500 रुपये जब्त किए गए हैं। इसके अलावा आरोपितों की आइडी जिसके जरिए मैच में दांव लगवाए जा रहे थे, उसमें छह करोड़ रुपये मिले हैं। इसे सीज किया गया। आरोपित सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रायल्स के मैच के दौरान क्रिकेट सट्टा खिलवा रहे थे।पुलिस ने विकास अग्रवाल, राहुल अग्रवाल और किशन अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। आरोपित किशन अग्रवाल की आइडी से लाइन लेकर सट्टा चला रहे थे।
पुलिस और सायबर की टीम लगातार सटोरियों को पकड़ने में लगी है। सूचना मिलने पर पकड़ा जा रहा। कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
– अभिषेक माहेश्वरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, क्राइम