बिलासपुर ब्यूरो (कमलेश लवहात्रे ) | भगवान विश्वकर्मा को दुनियां का पहला अभियंता भी कहा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा देवताओं के शिल्पकार और वास्तुकार थे. इस दिन रेलवे , उद्योग-फैक्ट्रियों की मशीनों , औजारों समेत सभी तरह की उपकरणों की पूजा की जाती है. मान्यताओं की मानें तो भगवान विश्कर्मा ही ऐसे देवता हैं, जो हर काल में सृजन के देवता रहे हैं.माना जाता है कि इस दिन ही विश्वकर्मा का जन्म हुआ था। पौराणिक कथा के अनुसार, सृष्टि को संवारने की जिम्मेदारी ब्रह्मा जी ने भगवान विश्वकर्मा को सौंपी मान्यता है कि समस्त देवी-देवताओं और भगवानों के महलों और अस्त्र-शस्त्र का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने किया था और यही कारण है कि भगवान विश्वकर्मा को शिल्पी भी कहा जाता है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना रेलवे में किया गया इसी कड़ी में वरिष्ठ अनुभाग अभियंता विद्युत सामान्य वातानुकूलित दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर में भी पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करोना वायरस से पूरे सृष्टि को बचाने की प्रार्थना की गई । सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें, सभी मंगलमय के साक्षी बनें और किसी को भी दुःख का भागी न बनना पड़े। इन्हीं मंगलकामनओं के साथ सभी के लिए आने वाला समय मंगलकारी हो । भगवान विश्वकर्मा पूजा में एस.के. क्षत्री (वरिष्ठ अनुभाग अभियंता विद्युत सामान्य वातानुकूलित बिलासपुर), वेणु गोपाल राव वरिष्ठ (टेक.), मजदूर कांग्रेस यूनियन शाखा दो के सचिव डी. डी.महेश , राम रतन , एल.एन.साहू , अब्दुल सलीम, कृष्ण कुमार ,दिग्विजय सिंह , एस.चटर्जी, डी.के.साहू ,सी.एस. मुखर्जी ,जी. एस.एन.राजू ,महेश बाघ, के.एस.शंकर राव, संजय राव ,कार्यालय अधीक्षक एस.के.बलवान ,एस.के.नेगी आदि सभी वातानुकूलित परिवार प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से शामिल हुए । गाड़ियों का परिचालन में प्रभावित न हो इसका विशेष ध्यान दिया गया। सभी का सहयोग प्राप्त हुआ । कोरोना नियमों का पालन करते हुए यह कार्यक्रम आज १९ सितंबर को हवन के बाद खुशनुमा माहौल में संपन्न हुआ |