मुंबई/नई दिल्ली : पोर्नोग्राफी मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा की गिरफ्तारी के बाद से इंडस्ट्री में हलचल मची हुई है. कई लोगों से अब तक पूछताछ की जा चुकी है. इस सिलसिले में ‘आजतक/इंडिया टुडे’ ने एक इन्वेस्टिगेशन की है. भारत में भले ही पोर्नोग्राफी कॉन्टेंट बनाना बैन हो, लेकिन इसके बावजूद भी दुनिया में भारत अमेरिका और ब्रिटेन के बाद सबसे बड़ा अडल्ट कॉन्टेंट का कंज्यूमर है.
कई शहरों में की गई जांच से पता चलता है कि भारत की पोर्न इंडस्ट्री कैसे कम इन्वेस्टमेंट और ज्यादा प्रॉफिट वाले मॉडल पर काम करती है. कई फिल्म प्रॉड्यूसर शोषणकारी समझौते में महिला मॉडल्स को बाध्य करने के बिजनेस में शामिल हैं. ‘आजतक/इंडिया टुडे’ की जांच में पाया गया है कि एक स्टोरीलाइन के साथ अडल्ट मेटेरियल पेड ऐप्स पर पोस्ट किया जाता है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनकी छोटी क्लिप्स का प्रमोशन होता है.
कॉन्ट्रैक्ट का जाल
जांच के दौरान मुंबई के एक कास्टिंग डायरेक्टर अविनाश त्रिपाठी ने इंडिया टुडे के अंडरकवर रिपोर्टर के सामने कबूल किया कि उनके काम में युवा एक्ट्रेसेस को पोर्नोग्राफी में शामिल करना शामिल है. अविनाश ने कहा, “हम उन्हें (एक्ट्रेसे को) बताते हैं कि बिना कपड़ों के (बॉडी) एक्सपोजर होगा. स्किन दिखाई जाएगी.” अविनाश ने आगे कहा कि अगर मैं सीधे कह दूंगा तो हो सकता हो कि यह गलत हो जाए. सीधे पोर्न बताना गलत होता है और इसे दूसरी तरह से बताया जाता है. यह शराब के लिए वाइन शब्द का इस्तेमाल करने जैसा ही है.”
उसने आगे बताया, “आप तभी अपराधी होते हैं जब आप पकड़े जाते हैं, अन्यथा नहीं. कौन नहीं कर रहा है? यह इंडस्ट्री के बाहर के लोगों के लिए गलत हो सकता है, लेकिन यह सामान्य है. उनकी ऊपरी बॉडी, निचली बॉडी, पीठ को दिखाएं. जो भी आप दिखाना चाहते हैं किसिंग सीन से लेकर बेड सीन तक. बस उन्हें उसी तरह से भुगतान किया जाता है”
त्रिपाठी ने बताया कि एक दिन के शूट के लिए प्रति एक्ट्रेस 30 हजार से 40 हजार रुपये तक लेती हैं. रिपोर्टर ने त्रिपाठी से पूछा, ”क्या होगा यदि उन महिलाओं में से कोई भी आपको फिल्माने और इन्वेस्ट करने के बाद वीडियो अपलोड न करने के लिए कहे?” उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं हो सकता. हम उनके साथ अपने समझौते में अडल्ट कॉन्टेंट की बात का जिक्र करते हैं. ऐसा कुछ भी नहीं हो सकता है. जब आप अडल्ट कॉन्टेंट की बात का जिक्र करते हैं तो मामला वहीं खत्म हो जाता है और उसे किसी भी तरह से चैलेंज नहीं किया जा सकता. उन्हें हार्डकोर पोर्न के लिए दो दर्जन एक्ट्रेसेस को कास्ट करने के लिए कहा गया. उन्होंने 20-25 एक्ट्रेसेस के लिए 3-4 दिनों की मांग की.
‘एक्ट्रेस ने शादी के समय वीडियो डिलीट करने को कहा’
वहीं, नोएडा में रहने वाली कास्टिंग डायरेक्टर शालिनी ने स्वीकार किया कि मॉडल्स के लिए जो कॉन्ट्रैक्ट उन्होंने तैयार किया है, उससे कोई कानूनी सहारा नहीं बचता है. कास्टिंग डायरेक्टर ने कहा, “अभी कुछ समय पहले, एक ऐप पर एक मॉडल ने हमें इसे (उसका वीडियो) डिलीट करने के लिए कहा था क्योंकि उसकी शादी हो रही थी. उसे पैसे वापस करने के लिए कहा गया था. उसने हर महीने किश्तों में 2,000 रुपये का भुगतान करने की पेशकश की. फिल्म की लागत 50 लाख रुपये थी और वह उस अमाउंट को वापस करने में कई पीढ़ियां लग जातीं. मैंने उससे कहा कि हमारे पास उसकी सहमति लिखित में है, इसलिए वीडियो अपलोड किया गया.”
कास्टिंग डायरेक्टर ने किए और कई खुलासे
शालिनी ने खुलासा किया कि मॉडलों को वीडियो पर सहमति देने के लिए भी कहा जाता है और उनके साथ समझौतों की कोई कॉपी शेयर नहीं की जाती है. शालिनी ने बताया, “उस समझौते को अपने पास रखें. उन्हें एक भी कॉपी न दें. इस स्थिति में क्या किया जाता है कि एक वीडियो या ऑडियो रिकॉर्डिंग की जाती है जहां आप समझौते के बारे में बात करते हैं. आप कैमरे पर कहते हैं कि एक प्रति उसे दी गई है. वह दबाव में होगी. वह इनकार नहीं करेगी. वह देती है एक मिनट का बयान कि उसने समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं और कुछ भी मजबूर नहीं है.” शालिनी ने बताया कि इस तरह के हालात में और यह भी किया जा सकता है कि वीडियो या ऑडियो रिकॉर्डिंग की जा सकती है, जब आप समझौते की बात कर रहे हैं. आप कैमरे पर कहते हैं कि एक कॉपी उसे दी जाती है. ऐसे में वह दबाव में होगी. वह इनकार नहीं करेगी.
‘शूटिंग के दौरान एक्ट्रेस को कैसे संभालना होगा, यह मेरी जिम्मेदारी’
शालिनी ने यह भी स्वीकार किया कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए जगह पर मौजूद रहेंगी कि कोई भी मॉडल शूटिंग से बाहर न निकले. शालिनी ने कहा, “अगर मुझे भुगतान किया जाता है, तो जगह पर होना मेरी जिम्मेदारी है. मेरे काम में शूटिंग के दौरान उन्हें संभालना शामिल है यदि वे सहयोग करने से इनकार करती हैं तो.” इसके बाद डायरेक्टर ने मॉडल्स के वीडियो दिखाए, जिस पर रिपोर्ट ने कहा कि यह तो पोर्न से बिल्कुल भी अलग नहीं है. शालिनी ने जवाब दिया, ”यह पोर्न है. कट और अनकट. इसमें पूरी तरह से बॉडी दिखाई गई है.” वहीं, डायरेक्टर कमीशन पर काम करते हैं.
पोर्न पर क्या कहता है भारत का कानून?
भारत में पोर्न देखना गैर-कानूनी नहीं है, लेकिन अश्लील समझी जाने वाली सामग्री के निर्माण, प्रकाशन और वितरण को नियंत्रित करने वाले ढेर सारे कानून हैं. उदाहरण के लिए, आईपीसी की धारा 292 के अनुसार, उस सामग्री को अश्लील माना जाता है, जिसमें कामुकता झलके और धारा-293 20 साल से कम उम्र के किसी भी व्यक्ति को ऐसी सामग्री के वितरण या बिक्री पर रोक लगाती है.
फीमेल मॉडल्स को किया पेश
उधर, दिल्ली के एक कॉफी ज्वाइंट में देबाशीष नामक कास्टिंग डायरेक्टर ने इंडिया टुडे के इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टर के सामने फीमेल मॉडल्स को पेश किया. उसने कहा, ”अगर यह ऑफिस होता तो मैं इनसे स्ट्रिप करने के लिए कह देता.” उसने एक बार में एक पोर्न फिल्म के लिए 15 मॉडलों को कास्ट करने की बात का दावा किया. इस पर रिपोर्टर ने पूछा, ”कितने रुपये में?” रॉय ने जवाब दिया, ”टॉपलेस शूट के लिए 15 हजार और पूरी तरह से न्यूड के लिए 20 हजार रुपये.”
कम इन्वेस्टमेंट में ज्यादा प्रॉफिट
मुंबई के एक फिल्म डायरेक्टर रफत अब्बास अली ने समझाया कि पोर्नोग्राफी में कम इन्वेस्टमेंट में ज्यादा प्रॉफिट होता है. इसके बाद उसने वह क्लिप दिखाई, जिसे उसने प्रोड्यूस किया था. उसने कहा, ”इस तरह से हम नई शॉर्ट फिल्म बना सकते हैं. इसमें स्टोरीलाइन भी होगी. सबकुछ होगा, जिसका बजट लगभग 2.70 लाख का होगा और इसका आउटपुट कॉन्टेंट 16-20 मिनटों का होगा.”
बैंकिंग से जुड़े कोई सबूत नहीं छोड़े जाते
मुंबई के एक और डायरेक्टर ने बताया कि इस तरह के अडल्ट वीडियो के दौरान किसी भी तरह के बैंकिंग से जुड़े सबूत नहीं छोड़े जाते हैं. उसने बताया, ”इस तरह डील करते हैं. हम आर्टिस्ट को कहानी और आवश्यकताओं के बारे में बताते हैं. मैंने एक ऐप के लिए कम से कम 50 सीरीज का प्रोडक्शन किया है. मैं चेक भुगतान नहीं लूंगा और अगर यह चार दिनों का शेड्यूल है तो शाम को कैश में पैसे दिए जाएंगे.