टीकम निषाद/देभोग : इंद्रदेव से आश लगाए किसानों के लिए हकीकत में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वरदान साबित हो रहे हैं। क्योंकि सूखे की मार झेल रहे किसानों को कोदो कुटकी धान की फसल नहीं होने की स्थिति में पंजीकृत किसानों को राजीव गांधी न्याय योजना के तहत प्रति एकड़ 9000 रुपए मुआवजा देने की घोषणा से लगभग किसानों की चिंता खत्म कर दिया है । देश का पहला राज्य होगा जो सूखा राहत के लिए बड़ा पैकेज दे रहा है। मतलब किसान आत्महत्या करें भूपेश बघेल बिल्कुल भी ऐसी स्थिति उत्पन्न होने नहीं दे रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है। कि भूपेश बघेल की सरकार किसानों के लिए किस हद तक गंभीर है ।उक्त बातें अजा प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री जनकराम ध्रुव ने कहा जनकराम ध्रुव के अनुसार गरियाबंद सहित प्रदेश के कई जिले ऐसे हैं ।जहां बारिश की कमी से चिंतित किसान इंद्रदेव से आश लगाए हुए हैं। और मानसून की ब्रेक से जितनी दरारे खेतों पर दिखाई दे रही है। उतनी ही लकीरे किसानों के माथे पर भी है। मगर संवेदनशील किसान पुत्र भूपेश बघेल की घोषणा के बाद किसानों के चेहरे इससे खिल उठे हैं। क्योंकि कोदो कुटकी धान की फसल उत्पादन हो या ना हो भूपेश सरकार प्रति एकड़ 9000 रुपए मुआवजा देगी। जिससे किसानों को काफी ज्यादा राहत पहुंचेगी। जिसकी सराहना गांव गांव से होकर पूरे देश मैं किया जा रहा है। क्योंकि पहली बार किसी सरकार ने किसानों के हित में बड़ी रकम देने का फैसला लिया है ।मतलब भूपेश सरकार अच्छे और बुरे दिन पर भी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हुई है। जनकराम ध्रुव ने आगे कहा कि इस बार लगातार मौसम बेरुखी रवैया अपना रही है। जिससे किसान काफी मायूस भी है। मगर भूपेश की घोषणा के बाद अब किसान काफी ज्यादा राहत की सांस ले रहे हैं ।क्योंकि जुम्मा जुम्मा 10 दिन तक बारिश का पानी से फसल उत्पादन हो सकता है। अन्यथा फसल नष्ट होने की पूरी संभावना बन रही है। जिसके मद्देनजर भूपेश सरकार पूरी तत्परता जमीनी रिपोर्ट मंगवा कर किसानों को राहत पहुंचाने की तैयारी में है।
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