रायपुर : बीएससी नर्सिंग सेकंड ईयर पेपर लीक कांड का खुलासा हो गया है। आयुष विश्वविद्यालय की जांच में दुर्ग स्थित सीएम नर्सिंग इंस्टीट्यूट नेहरू नगर भिलाई से पेपर लीक होने की पुष्टि हुई है। शुक्रवार को सामने आई प्रारंभिक रिपोर्ट में उल्लेख है कि इंस्टीट्यूट की गोपनीय शाखा से पेपर लीक हुआ है। तो वहीं इंस्टीट्यूट प्रबंधन ने प्यून को दोषी मानते हुए, उसके खिलाफ सुपेला थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी है। उधर, कुलपति डॉ. अशोक चंद्राकर ने नर्सिंग इंस्टीट्यूट को परीक्षा कार्यों से डी-बार कर दिया है। आगामी परीक्षाएंं रूंगटा कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेस एंड रिसर्च सेंटर भिलाई में होंगी। बताया जाता है कि पेपर 1000 से 5000 रुपए तक में बेचे गए थे।
बंडल को ब्लेड से काटकर टेप से जोड़ा
पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि सीएम नर्सिंग इंस्टीट्यूट के बंडल को ब्लेड से बारीकी से काटकर, उसे टेप से जोड़ा गया है। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इंस्टीट्यूट प्रबंधन को तलब किया। तो इंस्टीट्यूट प्रबंधन को प्यून पर शक हुआ और उसके पीछे एक टीम लगाई। ऐसा बताया गया है कि पूछताछ में उसने पेपर लीक करने की बात कबूली है।
इंस्टीट्यूट ने सुनाई ये कहानी
सीएम इंस्टीट्यूट की सीईओ संध्या श्रीवास्तव ने ‘पत्रिका’ को बताया कि प्यून को पैसे की जरूरत थी। इसके चलते उसने यह कदम उठाया। मगर, उन्होंने यह बताने इनकार कर दिया कि प्यून ने पेपर किसे बेचा? कितने में बेचा? क्योंकि प्यून इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे, ये बात किसी के गले से नहीं उतर रही। आयुष विश्वविद्यालय की जांच कमेटी के उपकुलपति एवं अध्यक्ष डॉ. एसके चटर्जी ने कहा, निजी कॉलेज से पेपर लीक होने की पुष्टि हुई है। प्रारंभिक रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी है। कॉलेज को परीक्षा कार्यों से डी-बार भी कर दिया गया है।