रायपुर: दिल्ली में हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री बघेल और विधायक शनिवार को रायपुर लौटेंगे। तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री दोपहर 1 बजे दिल्ली से उड़ान भरेंगे और 2.45 बजे विवेकानंद हवाई अड्डे पर उतरेंगे। इसके बाद वे सीधे सीएम हाउस जाएंगे। विधायक और मंत्री भी दोपहर को रायपुर पहुंचेंगे।इससे पहले शुक्रवार को ज्यादातर जनप्रतिनिधियों ने दिल्ली पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ खड़े नजर आए। इनमें करीब 8 मंत्री, 44 विधायक, निगम-मंडल के सदस्यों के अलावा 10 महापौर भी शामिल थे। इनके अलावा 6 जिलाध्यक्षों के भी दिल्ली पहुंचने की सूचना है। वहीं दिल्ली में चल रही राजनीतिक गतिविधियों का असर दिनभर सोशल मीडिया में भी नजर आया। भूपेश समर्थकों ने खुलकर सोशल मीडिया में पोस्ट डाला। विधायक शकुन्तला साहू ने लिखा, राह संघर्ष की जो चलता है, वो ही संसार को बदलता है..!! जिसने रातों से जंग जीती है, सूर्य बनकर वही निकलता है..। इसके जवाब में दिनभर विपक्ष कांग्रेस पर हमलावर रहा। वहीं कुछ समर्थकों ने महाराज नहीं चाहिए जैसे पोस्ट भी डालकर अपनी आपत्ति जताई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने अपने ट्वीट पर लिखा है, प्रदेश में तरह सत्ता के लिए दौड़ रही थी कांग्रेस। उसे भरोसा नहीं था कि कभी मिलेगी। इसलिए सोचा भी नहीं था कि कभी गलती से मिल ही गई, तो उसका करेंगे क्या? राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कहा, मंत्री टीएस सिंहदेव मुख्यमंत्री बनेगें तो इस क्षेत्र का विकास जरूर होगा। हम चाहते हैं कि सिंहदेव मुख्यमंत्री बनें। यह आखिरी चांस है मुख्यमंत्री बनने का। इस बार नहीं मिला मौका तो कभी नहीं मिलेगा। सांसद सरोज पाण्डेय ने भी तीखा ट्वीट किया। कांग्रेस के एक नेता ने अपने ट्वीट में लिखा है, छत्तीसगढ़ की राजनीति दिल्ली से नहीं रायपुर से चलेगी। सभी समझ लें।
मिनी छत्तीसगढ़ में तब्दील हुआ AICC दफ्तर
गुलाब कमरो, चिंतामणि महाराज, विनय जायसवाल, बृहस्पति सिंह, शकुंतला साहू, विकास उपाध्याय और देवेंद्र यादव जैसे छत्तीसगढ़ के 40 से भी अधिक विधायक दिनभर दिल्ली स्थित AICC के दफ्तर में दिखे। इनके अलावा यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी, अलग-अलग शहरों के महापौर, जिलों के जिला अध्यक्ष। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह, संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी, पर्यटन मंडल प्रमुख अटल श्रीवास्तव, रायपुर नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे जैसे नेता भी नजर आ रहे थे। कुल मिलाकर दिल्ली के इस कांग्रेस दफ्तर को नेताओं ने मिनी छत्तीसगढ़ बना रखा था।
पुनिया से मुलाकात के बाद वेणुगोपाल से भी मिले विधायक
पूरा दिन विधायकों और कांग्रेस के तमाम नेताओं ने बातचीत की, चाय की चुस्कियों में तमाम शंकाओं और आशंकाओं पर चर्चा होती रही। पीएल पुनिया से मुलाकात के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वेणुगोपाल से भी विधायक मिले। सभी ने राहुल गांधी से भी मिलने का समय मांगा था, लेकिन यह मुमकिन नहीं हो पाया। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सभी विधायक अपने नेता राहुल गांधी से मिलना चाहते थे। चुनाव के बाद से राहुल गांधी का छत्तीसगढ़ आना नहीं हुआ था। अब राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ आने का न्योता स्वीकारा है। सभी नेताओं से वो उनके क्षेत्र में जाकर मुलाकात करेंगे।
जब विधायक मिलने लगे गले…
राहुल गांधी के घर पर मीटिंग में क्या हुआ? शुक्रवार दोपहर बाद से पूरे प्रदेश और दिल्ली में बैठे प्रदेश के नेताओं के मन में यही सवाल था। शाम करीब 7:30 बजे यह खबर आई कि सब कुछ सामान्य है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की राहुल गांधी से मीटिंग के बाद राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आ सकते हैं तो तमाम विधायक खुश नजर आए। विधायक देवेंद्र यादव बाहर आए और विधायक विकास उपाध्याय से गले मिलकर उन्हें बधाई देते दिखे।
मुस्कुराते हुए मंत्री अमरजीत भगत ने कहा- हमारे नेता भूपेश बघेल हैं
कांग्रेस कार्यालय के अंदर के कमरों से विधायक एक-एक कर बाहर आने लगे तो मीडिया ने उन्हें घेर लिया। ज्यादातर विधायकों ने कुछ नहीं कहा। रायपुर से विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा दिल्ली आना सफल रहा। हमने अपने नेताओं से मुलाकात की। छत्तीसगढ़ में हो रहे अच्छे काम की जानकारी दी। हम बेहद खुश हैं।
कांग्रेस नेता शैलेश नितिन त्रिवेदी, आरपी सिंह, पार्टी के अन्य विधायकों के साथ हंसी-ठिठोली करते नजर आए। रायपुर के महापौर एजाज ढेबर भी बधाई हो बधाई हो कहते हुए AICC दफ्तर से बाहर निकले और सभी को गले लगाकर खुशी जाहिर की। रायपुर के सभापति प्रमोद दुबे भी इसी अंदाज में लोगों से मिलते नजर आए।
मुस्कुराते हुए AICC दफ्तर के कमरे से निकले मंत्री अमरजीत भगत ने भी बाहर आते हुए कहा कि हमारे नेता भूपेश बघेल हैं। सरकार में किए जा रहे बेहतर काम को राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी सराहा है। यह हम सब के लिए खुशी की बात है। मंत्री रविंद्र चौबे ने बाहर आते हुए कहा कि हम सब एक हैं। राहुल गांधी छत्तीसगढ़ आ रहे हैं यह बेहद खुशी की बात है और जल्द ही उनके कार्यक्रमों की शुरुआत होगी।
सिंहदेव नजर नहीं आए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शाम के वक्त AICC दफ्तर पहुंचे थे। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस का लगभग हर बड़ा सियासी चेहरा यहां मौजूद था। इनमें मंत्री रविंद्र चौबे, अमरजीत भगत, शिव कुमार डहरिया, कवासी लखमा, मोहम्मद अकबर नजर आए। मगर दिल्ली में होने के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव नजर नहीं आए। दोपहर के वक्त वह छत्तीसगढ़ सदन में वक्त बिताते नजर आए और मीडिया से कहा कि उन्होंने फिलहाल किसी से मिलने का वक्त नहीं लिया है।