- निःशक्त हितग्राहियों ने कहा- मूलभूत जरूरतों को पूरा करने सरकार की आर्थिक मदद बनी बड़ा सहारा
नरेश राखेचा/धमतरी : दिव्यांगजनों के उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ सरकार बहुत सी योजनाएं संचालित कर रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत समाज कल्याण विभाग द्वारा निःशक्त दम्पतियों को 50 हजार रूपए की राशि प्रोत्साहनस्वरूप प्रदान की जाती है। जिला मुख्यालय से लगे ग्राम अर्जुनी के दिव्यांग श्री सोमनलाल विश्वकर्मा एवं उनकी पत्नी श्रीमती भुनेश्वरी तथा ग्राम धौराभाठा (पुरी) के दिव्यांग श्री मिश्रीलाल साहू व श्रीमती हेमलता साहू को गत माह प्रदेश की समाज कल्याण एवं महिला व बाल विकास मंत्री तथा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया के द्वारा धमतरी प्रवास के दौरान उक्त योजना के तहत 50-50 हजार रूपए के चेक वितरित किए गए। प्रभारी मंत्री ने दोनों विवाहित दम्पतियों को शुभाशीर्वाद देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव, कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कांति सोनवानी तथा उपाध्यक्ष श्री नीशू चंद्राकर उपस्थित थे।
उप संचालक समाज कल्याण ने बताया कि गत 12 जुलाई को उक्त दोनों दिव्यांग दम्पति को 50-50 हजार रूपए का चेक प्रभारी मंत्री द्वारा सौंपा गया। 27 वर्षीय दिव्यांग श्री सोमनलाल दोनों पैरों से निःशक्त हैं और 50 प्रतिशत अस्थिबाधित हैं। उन्होंने बताया कि उक्त योजना का लाभ लेने 12 मार्च को कलेक्टर को आवेदन प्रस्तुत किया था, जिस पर समाज कल्याण विभाग ने उनके आवेदन पर त्वरित अमल करते हुए 12 जुलाई को चेक प्रदाय किया। श्री विश्वकर्मा ने प्रदेश शासन की योजना के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि 50 हजार रूपए मिलने से उनकी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति में आसानी होगी, वहीं इसमें से कुछ रकम को बचाकर भविष्य के लिए जमा करने की बात कही। इसी तरह ग्राम धौराभाठा निवासी दोनों पैरों से दिव्यांग श्री मिश्रीलाल ने बताया कि उनकी निःशक्तता 60 प्रतिशत है। उन्होंने 02 मार्च 2021 को उक्ताशय हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था, जिस पर विभाग ने कार्रवाई करते हुए पात्रतानुसार यह राशि प्रदान की। उन्होंने कहा कि 50 हजार रूपए उनके लिए काफी बड़ी रकम है और इससे उनकी जरूरतों की पूर्ति होने के साथ-साथ भविष्य सुरक्षित करने के लिए भी काफी हद तक मदद मिलेगी। इस तरह निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना से दिव्यांगजनों को आर्थिक सहयोग मिल रहा है।