बिलासपुर : CIMS में कर्मचारियों की हड़ताल का असर दिखना शुरू हो गया है। इसके चलते मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। टेस्ट से लेकर भर्ती तक करने में मरीजों को दिक्कत आ रही है। अकेले बुधवार को ही 120 से ज्यादा मरीजों को भर्ती करने से मना कर दिया गया। इसके चलते मरीज भटकते रहे। वहीं हड़ताली कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। उन्होंने अरपा नदी में उतरकर जल सत्याग्रह किया और प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाए। वेतनवृद्धि और रेगुलर किए जाने की मांग को लेकर सिम्स के करीब 400 कर्मचारी 23 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। अस्पताल परिसर में जगह ना मिलने की वजह से प्रदर्शनकारियों ने रिवर व्यू को धरना स्थल बनाया हुआ है। मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने मुंडन कराकर अपना विरोध दर्ज करवाया था, वहीं आज अरपा नदी में कमर तक पानी में जल सत्याग्रह किया। हड़ताल से अस्पताल की व्यवस्था बिगड़ने लगी है, लेकिन प्रबंधन और कर्मचारी दोनों झुकने को तैयार नहीं हैं।
रोज 100 की जगह, सिर्फ 10 मरीजों की जांच
हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों में टेक्नीशियन,वार्डबॉय,आया,धोबी सहित तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारी शामिल हैं। इसके कारण अस्पताल में गंभीर मरीजों को छोड़ किसी को भर्ती नहीं किया जा रहा है। वहीं खून, पेशाब सहित अन्य जांच भी कम हो गए है। रोज औसतन 100 से अधिक मरीजों की जांच होती थी, वहीं यह संख्या अब केवल 10 से 15 ही रह गई है। हालांकि, प्रबंधन इसके लिए ठेका कर्मचारी और नर्सिंग स्टाफ की सेवा ले रहा है। वहीं अतिरिक्त स्टाफ के लिए CMHO को भी पत्र लिखा है।
इन कामों पर पड़ रहा है असर
मॉर्चुरी में पोस्टमॉर्टम
OPD में मरीजों की जांच
लैब में खून , पेशाब के साथ अन्य जांच
इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर
सिम्स के दफ्तरों में काम
जन्म,मृत्यु प्रमाण पत्र का काम ठप
लेबर ओटी, माइनर ओटी का काम प्रभावित
मेजर ओटी का काम प्रभावित
एक्सरे, सिटी स्कैन और सोनोग्राफी सहित अन्य जांच
माइक्रोबायोलॉजी के सभी काम
ब्लड बैक में मरीजों को ब्लड लेने में परेशानी
पैथोलॉजी की सारी जांचें प्रभावित
मेडिसिन स्टोर से दवा बंटना मुश्किल
वहीं दूसरी ओर सिम्स की CPRO आरती पांडे ने दावा किया है, ‘अस्पताल में आने वाले लगभग सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। हमें दिक्कत जरूर हो रही है लेकिन हमारी कोशिश है कि मरीजों को किसी दिक्कत का सामना ना करना पड़े’।
SDM से परमिशन लेने के लिए लगातार कर रहे प्रयास
प्रदर्शनकारी अपने प्रदर्शन के लिए शासन से एक नियमित जगह की मांग कर रहे हैं। अस्पताल परिसर के अंदर मरीजों की सुविधा को देखते हुए उन्हें हड़ताल पर बैठने की इजाजत नहीं दी गई थी, जिसके बाद से अस्थाई तौर पर कर्मचारी रिवर व्यू में टेंट लगा कर धरने पर बैठे है। जिला कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमरु साहू ने कहा शहर में धरना प्रदर्शन के लिए कई बार जिले के SDM देवेंद्र पटेल से मिलने की कोशिश की लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया।