रायपुर। राज्य आंदोलनकारी छ्सपा अध्यक्ष,प्रदेश किसान नेता अनिल दुबे,लालाराम वर्मा,अशोक ताम्रकार, चेतन देवांगन,गिरधारी ठाकुर,बृजबिहारी साहू, गोवर्धन वर्मा,ईश्वर साहू, अशोक कश्यप ने कहा है कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को राजनीति में स्थान न मिले इसके लिए छ्सपा ने 25 वर्ष पूर्व ही मुहिम चला दी थी।साथ ही चुनाव में ऐसे व्यक्ति को स्थान न मिले इसके लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,सुप्रीम कोर्ट को लगातार पत्र लिखा था और अपने प्रदेश में किसी भी आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को प्रत्याशी नहीं बनाया था।सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आपराधिक प्रवृत्ति के सांसद,मंत्रियों पर कड़ी टिप्पणी करते हुए राजनैतिक दल भाजपा, कांग्रेस सहित 8 दलों को 1-1 लाख रुपये फाइन कर चेतावनी दी है कि आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को दल से निष्कासित करें।130 सांसदों पर गम्भीर हत्या, बलात्कार के प्रकरण चल रहे हैं।जो अपने आप में एक बड़ी संख्या देश के कानून बनाने में इनके समर्थन से कानून बनता है।ऐसी स्थिति में भारत के शासन व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगता है।
आपराधिक व्यक्ति को कांग्रेस भाजपा ने बनाया विधायक, सांसद, मंत्री सुप्रीम कोर्ट ने किया फाइन, छ्सपा ने आज तक आपराधिक व्यक्ति को कभी भी जगह नहीं दी और न ही प्रत्याशी बनाया,सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत: छ्सपा
