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पांचवी अनुसूचित क्षेत्र में रूढ़िवादी ग्रामसभा और पेशा कानून शीघ्र लागू हो, सर्व आदिवासी समाज बीजापुर में बाइक रैली व गंगालूर में हुई आम सभा

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* नक्सली समस्या पर स्थाई समाधान पर जोर व नक्सल मामलों में बंद निर्दोषों की निशर्त रिहा करने पर दिया बल  |

बीजापुर ब्यूरो (समैया पागे ) |  पांचवी अनुसूचित क्षेत्र में रूढ़िगत ग्राम सभा और पेशा कानून का क्रिनवायन नियम तत्काल बना कर लागू किया जाए तथा अनुसूचीत क्षेत्र में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती में मूलनिवासियों को शतप्रतिशत आरक्षण के आधार पर भर्ती करने की बात आदिवासी नेताओं ने विश्व आदिवासी दिवस पर बाजार डांड गंगालूर में आयोजित सर्व आदिवासी समाज के नेताओ ने कही। सभा मे गोंड समाज के अमित कोरसा ने कहा कि संविधान से प्रदत्त अधिकारों के अलावा पेशा कानून के साथ आदिवासियों को अलग से रूढ़िगत ग्राम सभा का अधिकार दिया गया है। आदिवासी समाज नक्सल समस्या पर स्थायी समाधान व जेलों में बंद हजारों निर्दोष आदिवासियों को नक्सल सहयोगी बता कर जेलों में बंदी बना रखा है उनकी निष्पक्ष जांच कर निशर्त रिहा किये जाने की बात कही।

सभा को बी आर साहनी, दिलीप उसेंडी, प्रकाश नेताम तिरुपति यालम, ई तिर्की, पोचेराम भगत आदि ने संबोधित किया। बीच बीच मे विभिन्न समुदायों द्वारा नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम 12 बजे शुरू होकर दोपहर 4 बजे तक चलता रहा और भोजन के बाद समाप्त किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात बीजापुर स्थित चिकतराज गुड़ी की सेवा अर्जी से प्रारम्भ हुई। जिसके बाद स्थानीय गोंडवाना भवन से मोटरसाइकिल रैली के शक्ल में कलेक्ट्रेट होते हुए नया बस स्टैंड डॉ आंबेडकर प्रतिमा तक पहुँची जहां माल्यार्पण के बाद रैली गंगालूर के लिए निकली। गंगालूर की आम सभा मे पांडुराम तेलम, गोपाल तेलम, हरिकृष्ण कोरसा, कामेश्वर दुब्बा, लक्ष्मी नारायण गोटा, सुशील हेमला, नरेंद्र हेमला, मंगल राना, सदानंद मांझी, गुज्ज़ा पवार,भोला अमांड, बृज लाल पुजारी,आदिनारायण पुजारी,पुरुषोत्तम कुड़मूल, तारकेश पैंकरा,पी आर भगत, राकेश गिरी व दशरथ कश्यप समाज प्रमुख शामिल रहे। आम सभा के बाद महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के नाम तहसीलदार को 14 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।

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