- पढाई के साथ स्वास्थ्यगत सुरक्षा है हमारा नैतिक धर्म, पालक बन पहुँचते रहूंगी शाला: रँजना साहू
- संक्रमण के इस दौर में अध्यापनकार्य है चुनौतीपूर्ण दायित्व: नरेंद्र रोहरा
नरेश राखेचा/धमतरी : प्रदेशभर की शैक्षणिक संस्था 2 अगस्त से खोली जा रही है लेकिन दूसरी और अनेक राज्यों में कोविड -19 संक्रमण का बढ़ता हुआ दौर देखा जा रहा है, देश में भी उक्त दरों में तेजी से इजाफा होने के आंकड़े दर्ज हो रहे है इन सबके बीच छात्र छात्राओं को अध्ययन की सुविधा देने के दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विशेषकर दसवीं बारहवीं की कक्षाएं सोमवार से प्रारंभ हो गई है। स्कूल में पढ़ाई के लिए आ रहे छात्र-छात्राओं को समुचित सुरक्षा तथा कोरोनावायरस प्रोटोकॉल से बचाव हेतु होने वाले उपाय की उपलब्धता सभी संस्थानों में सुनिश्चित हो इसके लिए विधायक श्रीमती रंजना डिपेंद्र साहू व नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने शालाओं में पहुंचकर शिक्षकों से आवश्यक जानकारी लेते हुए दिशा निर्देश दिए की संक्रमण के दौर में शिक्षा के साथ ही साथ बच्चों को स्वास्थ्य सुरक्षा देना अति आवश्यक है। विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि कोविड -19 संक्रमण का तीसरा दौर डेल्टा वेरिएंट के रूप में अभी भी हमारे समक्ष खतरे का सबब बना हुआ है ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में लगे हुए सभी शिक्षकों का यह दायित्व हो जाता है की पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के लिए सामाजिक दूरी का पालन, मास्क का उपयोग, समय-समय पर संस्थानों को नियमित रूप से सेनेटाइज करवाना अति आवश्यक है, आगे विधायक ने सभी को आश्वस्त किया है की वे स्वयं पालक बनकर स्कूलों मे सुविधागत सुविधाओं के लिए नियमित शाला पंहुचते रहेगी। वही निगम के नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र रोहरा ने बताया की वर्तमान समय में शैक्षणिक कार्य काफी चुनौतीपूर्ण है और इस चुनौती का सामना करने के लिए सारे शिक्षक शिक्षिकाएं कोविड -19 की भूमिका में हमारी समग्र पीढ़ी को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक योद्धा की तरह अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे इसके लिए हम सारे जनप्रतिनिधियों की आप सभी को शुभकामनाएं है। उक्त अवसर पर नगर निगम पुर्व सभापति राजेंद्र शर्मा, शाला प्रबंधन समिति में विधायक प्रतिनिधि नीरज नाहर, पार्षद लुकेश्वरी साहू, आवैश हाशमी आदि उपस्थित रहे।