रायपुर : इस साल प्रदेश में मानसून समय से पांच दिन पहले आया है। बावजूद इसके अभी तक प्रदेश के जलाशयों में जलभराव कम हुआ है। औसतन 55 फीसद ही हो पाया है। खासकर राजधानी से लगे खारुन में भी अभी तक जलभराव बहुत कम है। पिछले साल इसी अवधि में जलाशयों में जलभराव करीब 60 फीसद से अधिक था। बताया जा रहा है कि एक जून से लेकर अभी तक प्रदेश में 546.2 मिमी बारिश हुई है। गौरतलब है कि इस साल 9-10 जून की रात को जगदलपुर व रायपुर में प्री मानसून आ गया था और अगले दो दिनों में ही प्रदेश भर में मानसून सक्रिय हो गया था।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के 12 बड़े जलाशयों की कुल क्षमता 5355.709 लाख घन मीटर है। एक जून से लेकर अभी तक प्रदेश भर में 546.2 मिमी बारिश हुई है। वहीं 29 जुलाई तक की स्थिति में इन जलाशयों में केवल 3133.470 लाख घन मीटर पानी जमा हो पाया है। इसका मतलब यह है कि अभी तक केवल 58 फीसद ही जलाशय भर पाए हैं। जबकि पिछले साल 2020 में 29 जुलाई की स्थिति में करीब 70 फीसद जलाशय भर गए थे। अगर जलाशयों में जितनी उम्मीद की जा रही है उतना जलभराव नहीं होता है तो इससे भूमिगत जल स्तर में भी असर देखने को मिलेगा। इसके अलावा मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी प्रदेश के 14 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। जो आने वाले समय में किसानों के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है।