■ फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स आओ बढ़ाए एक कदम खाद्य सुरक्षा की ओर : विमल सिंह
अक्कू रिजवी/कांकेर : कांकेर जिले में आम शिकायत थी कि ठेलों तथा होटलों में बिकने वाले खाद्य पदार्थ शुद्ध नहीं होते और उनकी नियमित जांच नहीं होती । जब होती भी है तो रिज़ल्ट बहुत देर से आता है । इन्हीं शिकायतों के मद्देनज़र खाद्य एवं औषधि प्रशासन जिला उत्तर बस्तर कांकेर की ओर से जनजागरूकता हेतु राज्य खाद्य चलित प्रयोगशाला के माध्यम से विभाग द्वारा दिनांक 12 जुलाई को ठेला और स्टाल लगाकर विक्रय करने वाले खाद्य पदार्थो के जैसे गुपचुप, चाट, मोमोस, आइस क्रीम, कुल्फी एवं अन्य की मौके पर जांच हेतु कुल 46 नमूने लिये गये ,जिनमें से 32 मानक, 11 अवमानक, 3 असुरक्षित पाये गये। इसी प्रकार दिनांक 13 जुलाई को पखांजूर क्षेत्र में जनजागरूकता कार्यक्रम के तहत मिठाई एवं किराना दुकानों से कुल 45 नमूने जांच हेतु लिये गये ,जिनमें से 34 नमूने मानक, 07 नमूने अवमानक, 03 नमूने मिथ्याछाप, 01 नमूना असुरक्षित पाया गया। असुरक्षित खाद्य पदार्थों को मौक़े पर ही नष्ट कराया गया एव॔ अवमानक तथा मिथ्याछाप खाद्य पदार्थों को नहीं बेचने की दुकानदारों को समझाइश दी गई। उल्लेखनीय है कि जिले में आमतौर पर शिकायत थी कि इस प्रकार के खाद्य पदार्थों की जांच नियमित रूप से नहीं होती और विशेषकर बच्चों के लिए ठेले पर उपलब्ध पदार्थ घातक होते जा रहे हैं ।अब विभाग द्वारा प्रयोगशाला के माध्यम से नमूने लेकर तुरंत ही जांच रिपोर्ट घोषित करने के कारण आम जनता में विभाग के प्रति विश्वास बढ़ा है।