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बारिश के बाद हाॅस्पिटल बिल्डिंग की टपक रही छत, परिसर में भर रहा पानी, नई बिल्डिंग की नितांत जरूरत

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तिलकराम मंडावी/डोंगरगढ़ : बारिश के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग के छत से पानी टपक रही है। दीवारें पुरानी हो चुकी है और सीपेज होनें लगी है। इधर हाॅस्पिटल की नई बिल्डिंग को लेकर कवायद तो षुरू हो गई है, लेकिन काम कब से षुरू होगा यह असमंजस की स्थिति में है। पिछलें दिनों हुई बारिष के बाद छतों से पानी टपककर परिसर के बरामदों व कमरों में भर गया। जिससें मरीजों व स्टाॅफ को परेषानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाॅस्पिटल की बिल्डिंग जर्जर हालत में है। नए की उम्मीद में प्रबंधन मरम्मत नहीं करा रहा है। जबकि नई बिल्डिंग के लिए फिलहाल जमीन अधिग्रहण करनें के लिए मषक्कत चल रही है। इसलिए करीब दो साल और इंतजार करना पड़ सकता है। जर्जर हालत में संचालित हो रही बिल्डिंग में हमेषा हादसें होनें की आषंका बनी हुई है। छतों से राॅड झांकनें लगी है, तो प्लास्टर भी गिर रहे है। खासकर बारिष के बाद छत टपकनें से कमरों व हाॅल में पानी भर रहा है। इससें हाॅस्पिटल स्टाॅफ व मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गत दिनों कलेक्टर तारन प्रकाष सिन्हा ने दौरा कर प्रस्तावित नई बिल्डिंग के कार्यों का जायजा लिया था और बिना देरी किए काम षुरू करनें की हिदायत दी थी। परंतु तकनीकी रूप से देखा जाएं तो जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी होनें के बाद ही निर्माण कार्य षुरू हो सकेगा। वर्तमान बिल्डिंग में मरम्मत काम कराना फिजूलखर्ची मानी जा रही है।


जमीन चयन में ही निकल गया समय- हाॅस्पिटल की नई बिल्डिंग निर्माण के लिए प्रषासनिक अफसर जमीन चयन को लेकर कवायद करतें रहे। पहलें वार्ड 3 में निर्माण के लिए जमीन देखी गई। लेकिन विवादों के चलतें बात नहीं बनी। इसके बाद वर्तमान परिसर में ही एल षेप में निर्माण की सहमति बनी। किंतु बाद में यह भी निरस्त हो गया। अब आईटीआई के समीप खंड चिकित्सा अधिकारी ने जमीन की मांग की है। यह हाॅस्पिटल की नई बिल्डिंग के लिए लगभग तय माना जा रहा है। राषि स्वीकृत होनें के बाद जमीन चयन में ही काफी समय निकल चुका है।
वर्तमान बिल्डिंग में स्टाॅफ को भी काम करनें में परेषानी- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग में स्टाॅफ को भी काम करनें में कई तरह की परेषानियों से जूझना पड़ रहा है। जगह कम होनें से कई विभाग कमरों में ही बंद है। जबकि नए मौजूदा स्टाॅफ के साथ नए सेटअप में काम करनें की जरूरत है। षहर व ग्रामीण की बड़ी आबादी ब्लाॅक मुख्यालय पर आश्रित है। बढ़ती जनसंख्या के साथ नई बिल्डिंग में सारी सुविधाओं के विस्तार की मांग लंबे समय से हो रही है। किंतु स्थल चयन में ही काफी समय गुजरनें से निर्माण में देरी हो रही है और वर्तमान बिल्डिंग में परेषानी बढ़ रही है।
करीब ढ़ाई लाख की आबादी ब्लाॅक मुख्यालय पर आश्रित- प्राथमिक व उपस्वास्थ्य केंद्रों के अलावा षहर व ग्रामीण अंचल की करीब ढ़ाई लाख की आबादी ब्लाॅक मुख्यालय पर आश्रित है। पर्यंटन क्षेत्र होनें से सर्वसुविधायुक्त हाॅस्पिटल की नितांत आवष्यकता है। डिलीवरी, टीकाकरण, ओपीडी समेत अन्य तरह की योजनाओं का लाभ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मुहैया होता है। इसलिए नई बिल्डिंग बननें से सुविधाओं में विस्तार हो सकेगा और आश्रित बड़ी आबादी को इसका लाभ मिलेगा। फिलहाल जब तक नई बिल्डिंग का काम षुरू नहीं होता तब तक जर्जर बिल्डिंग में ही काम चलाना होगा।
नई बिल्डिंग के जमीन तय हो चुकीः डाॅ. इक्का- बीएमओ डाॅ. बीपी इक्का ने बताया कि वर्तमान बिल्डिंग काफी जर्जर हो चुकी है। नई बिल्डिंग के लिए जमीन तय कर लिया गया है। कागजी कार्रवाई पूरी होनें के बाद नई बिल्डिंग का निर्माण षुरू किया जाएगा।

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