रायपुर : छत्तीसगढ़ में मानसून के शुरुआती झड़ी के बाद बरसात की निरंतरता प्रभावित हो रही है। सोमवार-मंगलवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्से में बरसात नहीं हुई है। आज भी बरसात की कम संभावना बन रही है। मौसम विभाग के मुताबिक आज प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर की बरसात हो सकती है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, एक द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से असम तक माध्य समुद्र तल पर स्थित है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने तथा अंधड़ चलने की संभावना भी बन रही है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि आज प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।
मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को भी प्रदेश के 9 प्रमुख मौसम केंद्रों में से 8 पर बरसात रिकॉर्ड नहीं हुई है। केवल बिलासपुर में सोमवार सुबह 8.30 बजे तक 19 मिलीमीटर बरसात दर्ज है। वहीं फरसगांव और राजिम में दो मिमी, राजपुर और कोंटा में एक मिमी व कुछ अन्य स्थानों पर इससे भी कम बरसात हुई है। रायपुर, माना हवाई अड्डा, पेण्ड्रा रोड, अम्बिकापुर, जगदलपुर, दुर्ग और राजनांदगांव में कोई बरसात नहीं हुई है।
जून महीने में बरस चुका 244 मिमी पानी
छत्तीसगढ़ में इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून का आगमन सामान्य से करीब 6 दिन पहले यानी 9-10 जून की रात में हुआ। उससे पहले भी स्थानीय तंत्र के प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में छिटपुट बरसात जारी थी। मौसम विभाग के मुताबिक एक जून से 29 जून के बीच प्रदेश में औसतन 244 मिलीमीटर बरसात हुई है। इस अवधि में प्रदेश की सामान्य औसत बरसात 182 मिलीमीटर ही है। इस महीने में सबसे अधिक 412 मिलीमीटर बरसात कोरबा जिले में हुई है। यह सामान्य से 124 फीसद अधिक है। सुकमा में 133 प्रतिशत अधिक बरसात हुई। बस्तर में सामान्य से 50 प्रतिशत और दंतेवाड़ा-सरगुजा में 10 प्रतिशत कम बरसात हुई है।