बिलासपुर : 10वीं के परीक्षा परिणाम ने एक पिता-पुत्र की जान ले ली। बेटे के एग्जाम में सप्लीमेंट्री आने पर स्कूल में कार्यालय सहायक पद पर काम करने वाले पिता बेटे को रोज डांटते थे। पिता से रविवार रात हुए विवाद के बाद बेटे ने अपने कमरे में मां की साड़ी से फंदा लगाकर जान दे दी। इसकी जानकारी होने पर छात्र की बहन पड़ोसियों को बताने गई। इसी बीच पिता ने भी उसी साड़ी के फंदे से खुद भी लटक कर अपनी जान दे दी। मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है। आश्रय परिसर निवासी जी. जय प्रकाश (44) आंध्रा स्कूल में कार्यालय सहायक थे। उनका बेटा जी. निशांत (19) विशाखापट्नम में रहकर पढ़ाई करता था और 10वीं का छात्र था। पिछले साल जब लॉकडाउन लगा तो वह घर लौट आया। उसने 10वीं की परीक्षा दी, उसमें सप्लीमेंट्री आई थी। इसकी मार्कशीट वह अपने साथ नहीं लाया था। इस बात को लेकर पिता-पुत्र में अक्सर विवाद होता था और निशांत की डांट पड़ती थी।
मां की साड़ी से फंदा बनाकर खुदकुशी की
पिता-पुत्र के बीच रविवार को भी इसी बात को लेकर फिर विवाद हुआ। इसके बाद निशांत रात करीब 11 बजे अपने कमरे में चला गया। इसके बाद उसने कमरे में ही साड़ी से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। थोड़ी देर बाद निशांत की छोटी बहन कृति ने भाई का शव फंदे पर लटके देखा तो पिता को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पिता-पुत्री ने फंदा काटकर शव नीचे उतारा। इसके बाद कृति पड़ोसियों को इसकी जानकारी देने के लिए चली गई।
पड़ोसियों के साथ बेटी लौटी तो पिता फंदे से लटके थे
थोड़ी देर बाद जब कृति पड़ोसियों के साथ लौटी तो उसके पिता फंदे से लटक रहे थे। उन्होंने भी उसी साड़ी का फंदा बनाया था, जिससे लटक कर निशांत ने खुदकुशी की थी। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया और दोनों पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रात ज्यादा होने के कारण कमरे को भी सील कर दिया गया।