तिलकराम मंडावी/डोंगरगढ़ : प्रदेश में मानसून के दस्तक के बाद खेती-किसानी का काम षुरू हो गया है। आधुनिकता के चलतें अब टैªक्टर से जुताई करके धान की बुआई होनें लगी है। लेकिन आज भी किसान बैल व नांगर से जुताई करके धान बोनें की परंपरा को जारी रखें हुए है। बारिष होनें के बाद गांवों में धान की बुआई चल रही है। वहीं सिंचाई की सुविधा वालें किसानों ने रोपा लगानें के लिए थरहा डाल दिया है। ग्राम मुड़पार के एक खेत में बुआई से पहलें जुताई करता हुआ किसान।
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