रविशंकर गुप्ता/ अम्बिकापुर : राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त की राशि मिलने से किसान खरीफ की खेती की तैयारी के लिए जुट गए है। इस राशि से खाद .बीज खरीदी सहित अन्य तैयारी करने में मदद मिल रही है। उदयपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत दावा निवासी युवा कृषक श्री आलम सिंह को किसान न्याय योजना के पहली किश्त की राशि मिलने पर सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस राशि से खरीफ फसल की खेती की तैयारी में मदद मिलेगी।
आलम सिंह ने बताया कि गर्मी में कुँआ के पानी से सब्जी की खेती करते हैं । सब्जी विक्रय से मिली आय से खरीफ खेती की तैयारी में काम आता है। लेकिन इस बार लॉकडाउन लगने के कारण सब्जी का उचित मूल्य नही मिल पाया और नुकसान उठाना पड़ा । इस बीच राज्य शासन के द्वारा पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी किसान न्याय योजना की राशि का भुगतान कर रही है जिससे खेती किसानी में मदद मिलेगी। किसान श्री आलम ने बताया कि किसान न्याय योजना के तहत पहली किश्त की राशि 12 हजार 510 रुपये मिला है। उन्होंने लगभग 70 क्विंटल धान उदयपुर सोसाइटी में बेचा था। संयुक्त परिवार होने के कारण आर्थिक तंगी से किसान न्याय योजना ने राहत दी है। खेती किसानी ही जीविकोपार्जन का मुख्य स्रोत है। किसान न्याय योजना की राशि मिलने से जिले के किसानों में हर्ष व्याप्त है। किसान श्री आलम सिंह ने आगे बताया कि उनके पास करीब 10 एकड़ खेती की जमीन है जिसमे खरीफ सीजन में धान की खेती करते हैं। इस वर्ष उदयपुर समिति में करीब 70 क्विंटल धान समर्थन मूल्य में बेचा है। उन्होंने बताया कि सौर सुजला योजना के तहत खेत मे सोलर पम्प भी स्वीकृत हो गया है जिससे सिंचाई की सुविधा में विस्तार होगा।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा वर्ष 2020.21 हेतु किसान न्याय योजना की पहली किश्त की राशि का अंतरण बीते 21 मई को उनके बैंक खातों में अंतरण कर दिया गया है। इस वर्ष किसान न्याय योजना के तहत कोदो, कुटकी, रागी, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान की खेती तथा पपीता, मुनगा और बांस लगाने किसानों को प्रोत्साहित करने कृषि आदान के द्वारा 9 से 10 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। इसके लिए किसानों को 30 सितंबर 2021 तक किसान न्याय योजना पोर्टल पर पंजीयन कराना होगा।