रायपुर : 21 जून से केंद्र सरकार देशभर में फ्री वैक्सीन भेजने जा रही है। उन टीकों को लेकर राज्य सरकार अपनी अलग नीति बना सकती है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की एक बैठक के बाद मंत्री टीएस सिंहदेव ने दैनिक भास्कर से कहा कि अगर केंद्र से टीके आते हैं तो भी छत्तीसगढ़ में अंत्योदय, BPL, APL और फ्रंट लाइन वर्कर जैसी प्राथमिकता टीकाकरण में मिलती रहेगी। मंत्री सिंहदेव ने कहा कि हमारा मकसद है कि कोई भी व्यक्ति न छृूटे सभी को टीका लगे, खासकर कमजोर वर्ग को।
केंद्र सरकार ने राज्यों को दिया अधिकार
केंद्र से टीके आने पर राज्य की क्या पॉलिसी होगी पूछे जाने पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसे लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को फ्री हैंड दे दिया है। राज्य सरकार ये देखेगी कि सभी को टिका लगे। अब हम जल्द ही केंद्र से मिलने वाले टीकों पर अपनी रणनिती बना सकते हैं। इसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी से चर्चा के बाद तय किया जाएगा। फिलहाल हमारे पास जो टीके हैं वो लोगों को लगेंगे। हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर, 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग, जिन्हें पहला डोज लगा उन्हें और 18 साल से ऊपर के लोगों को तो केंद्र सरकार भी प्राथमिकता दे ही रही है हम भी देंगे।
फ्रंटलाइन वर्कर + गंभीर बीमारी से पीड़ित– 20 प्रतिशत
गरीबी रेखा से नीचे – 52 प्रतिशत
अन्त्योदय – 16 प्रतिशत
गरीबी रेखा से ऊपर – 12 प्रतिशत
जुलाई का कोटा आने वाला है
सिंहदेव ने कहा कि करीब 14 लाख टीकों के लिए हमने पैसे दे दिए हैं। 5 लाख टीके और मिलने बाकी हैं। ये जल्द ही प्रदेश को मिल जाएंगे। तब तक पहले की ही तरह टीकाकरण होता रहेगा। 21 जून को जब केंद्र सरकार से टीके मिलेंगे तो उन्हें भी लोगों को लगाया जाएगा। 1 जुलाई तक का कोटा हमें मिलना तय है वो हम ले रहे हैं। इसे CG टीका पोर्टल पर अब तक हुए रजिस्ट्रेशन के हिसाब से ही लगाया जाएगा।
अब तक कितनों को लगा टीका ?
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक छत्तीसगढ़ में टीकाकरण करने के लिए वैक्सीन खरीदने में अब तक लगभग 27 करोड़ का खर्च आया है। 7 जून की तारीख तक पहली और दूसरी डोज को मिलाकर कुल 71 लाख 50 हजार 985 टीके लगाए जा चुके हैं। राज्य में 45 वर्ष से अधिक के 77 प्रतिशत नागरिकों को इसका पहला टीका लगाया जा चुका है। 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 8 लाख 63 हजार 508 युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक के 58 लाख 67 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है। इनमें से अब तक 45 लाख 32 हजार 937 लोगों को कोरोना से बचाव के टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। 7 लाख 7 हजार 356 को टीके की दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।