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टूल किट विवाद:पूर्व CM डॉ. रमन सिंह और BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा बिलासपुर हाईकोर्ट पहुंचे, दर्ज FIR को खत्म करने की मांग

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​​​​​​​बिलासपुर : टूल किट विवाद में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा हाईकोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं। उन्होंने याचिका दायर कर उनके खिलाफ दर्ज FIR को खत्म करने की मांग की है। कहा है कि उनके खिलाफ कोई केस नहीं बनता है। भाजपा के दोनों नेताओं के खिलाफ रायपुर के सिविल लाइंस थाने में 19 मई को FIR दर्ज कराई गई थी। फिलहाल याचिका पर सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं है।

दोनों भाजपा नेताओं ने अधिवक्ता विवेक शर्मा के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। इसमें कहा गया है कि जिस टूल किट को लेकर अपराध दर्ज किया गया है, वह सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध था। याचिकाकर्ताओं ने पब्लिक डोमेन में मौजूद उस डिजीटल अभिलेख पर टिप्पणी की है। ऐसे में उनके खिलाफ कोई अभियोग नहीं बनता है। अब इस मामले में रोस्टर के अनुसार इस याचिका पर सुनवाई जस्टिस नरेंद्र व्यास कर सकते हैं।

क्या है टूल किट को लेकर विवाद
पूर्व CM डॉ. रमन सिंह ने 18 मई को अपने ट्वीटर अकाउंट से कांग्रेस का कथित लेटर पोस्ट करते हुए दावा किया था कि इसमें देश का माहौल खराब करने की तैयारी की प्लानिंग लिखी है। साथ ही लिखा गया कि विदेशी मीडिया में देश को बदनाम करने दुष्प्रचार और जलती लाशों की फोटो दिखाने का कांग्रेस षड्यंत्र कर रही है। ऐसा ही पोस्ट संबित पात्रा ने भी किया था। इसके बाद युवा कांग्रेस के नेताओं ने रमन सिंह व संबित पात्रा पर FIR दर्ज करा दी।

कब क्या-क्या हुआ

18 मई : टूलकिट डॉ. रमन सिंह ने पोस्ट किया।
19 मई : यूथ कांग्रेस ने संबित पात्रा के खिलाफ और एनएसयूआई ने डॉ रमन सिंह व संबित पात्रा के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
20 मई : एफआईआर दर्ज हैशटैग भूपेश- मुझे भी गिरफ्तार करो’ अभियान।
21 मई : भाजपा नेताओं ने प्रदेशभर में अपने निवास के सामने बैठकर एफआईआर के विरोध में धरना दिया।
22 मई : सभी जिला मुख्यालयों में भाजपा के पांच नेता गिरफ्तारी देने थाना पहुंचे।
23 मई : पुलिस का संबित पात्रा को नोटिस। पात्रा ने अगली डेट देने के लिए पुलिस को मेल किया।
24 मई: पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत के साथ गिरफ्तारी देने पहुंचे।

क्या होती है टूलकिट?
टूलकिट एक तरह की प्लानिंग की जानकारी होती है, जिसमें किसी मुद्दे के प्रचार का जिक्र होता है। ये आमतौर पर डिजिटल प्लानिंग की तरह होता है कि जैसे किसी मुद्दे पर किस तरह के बयान देने हैं, कैसे प्रोपेगैंडा करना है।

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