सूरजपुर : तीनों श्रमिकों का शव हुआ बरामद, स्वास्थ्य मंत्री ने परिजनों को 50-50 हजार रुपए और नौकरी देने की घोषणा कीसूरजपुर। जिले के ओड़गी विकासखंड के ग्राम धरसेड़ी के आमापारा में मनरेगा के तहत बन रहे कुएं की खुदाई के दौरान दबे तीनों श्रमिकों का शव रेस्क्यू कर निकाल लिया गया है। शनिवार शाम हुए इस हादसे के बाद रविवार की सुबह जमीन मालिक नानसाय का शव निकाला गया, इसके 5 घंटे बाद दूसरे श्रमिक तथा 2 घंटे बाद तीसरे श्रमिक का शव निकाला गया।
24 घंटे से भी अधिक समय तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शवों को निकालने में सफलता मिली। रेस्क्यू के दौरान घटनास्थल पर आधी रात को केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह घटनास्थल पर पहुंची थीं उन्होंने कुआं निर्माण कार्य में लापरवाही पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही। जिसके बाद रविवार की शाम सवा 4 बजे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी वहां पहुंचे और जायजा लेकर मृतकों के परिजन से मिले।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने हादसे में मृत के एक-एक आश्रितों को नौकरी, बच्चों के पढ़ाई की जिम्मेदारी तथा 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की। वहीं 2 घायल श्रमिकों का समुचित इलाज कराने सीएमएचओ को निर्देशित किया।
सूरजपुर जिले के ओडग़ी विकासखंड अंतर्गत ग्राम धरसेड़ी के आमापारा निवासी नान पिता धीरसाय पंडो की जमीन पर मनरेगा के तहत कुएं का निर्माण कार्य चल रहा था। शनिवार को नानसाय सहित 7 श्रमिक कुएं के निर्माण कार्य में लगे थे। शाम लगभग 5 बजे अचानक कुआं धसक गया।
इससे नान पिता धीरसाय, पहाड़पारा निवासी सजन पिता राम व बहराडांड़ निवासी डिगेंद्र प्रसाद पिता सियाधन कुएं में गिरकर मलबे के नीचे दब गए। जबकि 2 श्रमिकों को मामूली चोटें आई थीं। वहीं एक श्रमिक सुरक्षित बाहर निकल गया था। 5 जेसीबी मशीन लगाकर कुएं के भीतर मलबे में दबे ग्रामीणों को निकालने शनिवार की शाम से ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया गया। रातभर चले ऑपरेशन के बाद भी सफलता नहीं मिल पाई।
रविवार की सुबह जारी रेस्क्यू में जमीन मालिक नान साय का शव करीब 10 बजे निकाला गया। वहीं दोपहर करीब 3 बजे दूसरे श्रमिक डिगेंद्र प्रसाद का शव बरामद किया गया, जबकि तीसरे श्रमिक सजन का शव शाम 5.15 बजे कुएं से निकाला गया। गांव वालों की भी काफी संख्या में भीड़ दिनभर जुटी रही। वहीं दोपहर 3 बजे आईजी आरपी साय मौके पर पहुंचे।